‘एडवांसेस इन बिजनेस एण्ड इंजीनियरिंग फोर सस्टेनेबिलिटी- एबीईएस-2018’ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

‘एडवांसेस इन बिजनेस एण्ड इंजीनियरिंग फोर सस्टेनेबिलिटी- एबीईएस-2018’ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

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गाजियाबाद। एबीईएस इंजीनियरिंग काॅलेज में यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग (एमई), इलेक्ट्रीकल विभाग (ईएन) एवं व्यवसाय प्रंबधन विभाग (एमबीए) द्वारा संयुक्त रूप से ‘‘अभियांत्रिकी एवं व्यापार क्षेत्र में स्थिरता’’ के विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। यह आयोजन डाॅ. एपीजे अब्दुल…

एआईसीटीई की मंजूरी के बिना हो रहे हैं इंजीनियरिंग में दाखिले

एआईसीटीई की मंजूरी के बिना हो रहे हैं इंजीनियरिंग में दाखिले

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हाईकोर्ट ने लगाई रोक, डीम्ड यूनिवर्सिटीज का नये निर्देश जारी नई दिल्ली। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) से अप्रूवल लिए बगैर डीम्ड यूनिवर्सिटीज इंजीनियरिंग कॉलेज में विद्यार्थियों का दाखिला नहीं कर सकेंगी। एएआईसीटीई ने पहले से यह निर्देश जारी किये…

 बच्चों में बढ़ रही टाइप-वन डायबिटीज की समस्या

 बच्चों में बढ़ रही टाइप-वन डायबिटीज की समस्या

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आधुनिक चिकित्सा पद्वति से मिल सकती है निजात – 97 हजार बच्चे हैं टाइप-वन डायबिटीज के शिकार         नोएडाः डायबिटीज की समस्या बड़ों के अलावा बच्चों में तेजी से बढ़ रही है। देश के दूसरे हिस्सों के अलावा दिल्ली-एनसीआर में भी तेजी से बच्चे टाइप-वन डायबिटीज की गिरफ्त में आ रहे हैं। जहां देश में 97 हजार बच्चे टाइप-वन डायबिटीज के शिकार हैं, वहीं, दिल्ली-एनसीआर में प्रति एक लाख बच्चों में 32 बच्चे टाइप-वन डायबिटीज की चपेट में हैं। चिकित्सकों के मुताबिक अगर जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाए तोइस समस्या से निजात पाई जा सकती है। ग्लूको मीटर और इंसुलिन पंप जैसे आधुनिक चिकित्सा के जरिए भी इस रोग पर नियंत्रण पाकर बेहतर जीवन जिया जा सकता है। फोर्टिस एवं अपोलो अस्पताल के बाल रोग एवंएडोलसेंट एंडोक्रिनोलॉजिस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष व वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. आईपीएस कोचर ने बताया कि इसबीमारी के कारण अग्नाश्य के प्रतिरक्षक प्रणाली में पैदा होने वाला इंसुलिन उत्पादन कोशिकाओं को खत्म करदेता है, जिसके कारण बच्चों को इंसुलिन इंजेक्शन पर निर्भर रहना पड़ता है।उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में प्रति एकलाख बच्चे में 32 बच्चे टाइप-वन डायबिटीज से पीड़ित हैं, जो चिंताजनक बात है। यह रोग बच्चों में अत्यधिकप्रचलित है, जिसके कारण इसे किशोर मधुमेह कहा जाता है। इस बीमारी का अभी तक कोई वास्तविक कारण का पता नहीं है, लेकिन आमतौर पर माना जाता है कि जब एक व्यक्ति की प्रतिरक्षा शरीर के विपरीत काम करती है, तो अग्नाश्य में पैदा होने इंसुलिन को यह खत्म करना शुरू कर देती हैं। इन स्थितियों में बच्चे और उनके अभिभावक को चाहिए कि वह खेल गतिविधियों में नियमित हिस्सा लें। ऐसेबीमारी से पीड़ित बच्चों को समाज में बोझ समझा जाता है और मान लिया जाता है कि ऐसे बच्चे दूसरों की तरह सामान्य जीवन कभी नहीं जी सकेंगे। बीमारी के प्रति इस तरह के भ्रम और अज्ञानता के कारण सही इलाज में बाधा उत्पन्न होती है।   सक्रिय जीवन पर असरः  टाइप-वन डायबिटीज का मतलब है कि सक्रिय जीवन को हमेशा के लिए अलविदा कह देना। पहले विभिन्न इंजेक्शन के डोज के कारण लोगों की दिनचर्या सीमित हो जाती थी, लेकिन आधुनिक चिकित्सा थैरेपी में इंसुलिनपंप वाले ग्लूकोमीटर के  जरिए टाइप-वन डायबिटीज से पीड़ित बच्चे व व्यस्क भी सक्रिय जीवन पा सकते हैं।निरंतर ग्लूकोज मॉनिटरिंग सिस्टम से लैस, इन डिवाइसों में ग्लूकोज के स्तर और अलार्म की वजह से जब भीइंसुलिन की आवश्यकता  होती है, उस अस्थिरता को ट्रैक करने में मदद करते हैं।     

नन्हें बच्चों ने दिखाया वार्षिकोत्सव में अपना हुनर

नन्हें बच्चों ने दिखाया वार्षिकोत्सव में अपना हुनर

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नोएडा। सेक्टर-22 स्थित लिटिल एंजल प्ले एवं नर्सरी स्कूल ने अपना चौथा वीर्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम मे स्कूल के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम व नाटिका प्रस्तुत कर  कार्यक्रम मे आए अभिभावकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम…

एबीईएस में एमबेडेड सिस्टम पर चार दिवसीय कार्यक्रम आयोजित

एबीईएस में एमबेडेड सिस्टम पर चार दिवसीय कार्यक्रम आयोजित

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गाजियाबाद। एबीईएस इंजीनियरिंग काॅलेज में इलेक्ट्रोनिक्स विभाग ने चार दिवसीय इमबेडिड सिस्टम विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया। विभिन्न संस्थानों और उद्योग जगत के ज्ञाताओं ने अपने विचार रखे। इस प्रोग्राम में काॅलेज के इलेक्ट्रोनिक्स एवं कम्युनिकेशन विभाग के शिक्षकों ने भाग लिया।…

मेवाड़ में शहीद दिवस पर 66 विद्यार्थियों ने किया रक्तदान

मेवाड़ में शहीद दिवस पर 66 विद्यार्थियों ने किया रक्तदान

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दो शहीद परिवारों को किया गया सम्मानित – देश के लिए युवा जीना सीखें- डाॅ. गदिया ग़ाज़ियाबाद। शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की याद में वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस में शहीद दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके…

स्वास्थ्य मामलों की संसदीय समिति ने दिया सुझाव

स्वास्थ्य मामलों की संसदीय समिति ने दिया सुझाव

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स्वास्थ्य मामलों की संसदीय समिति ने दिया सुझाव एमबीबीएस करने के बाद एग्जिट टेस्ट न लिया जाये नई दिल्ली। स्वास्थ्य मामलों की संसदीय समिति का मत है कि एमबीबीएस करने वाले विद्यार्थियों का अलग से एग्जिट टेस्ट लेने की जरूरत नहीं होनी…

शिक्षक घर-घर जाकर स्कूल के लिए लाएंगे बच्चे

शिक्षक घर-घर जाकर स्कूल के लिए लाएंगे बच्चे

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शिक्षक घर-घर जाकर स्कूल के लिए लाएंगे बच्चे गुरुगांव। नए शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए 2 अप्रैल से शिक्षक आंगनबाड़ी केंद्रों और आस-पास क्षेत्र के घरों में जाकर बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए जागरूक करेंगे। इस मुहिम को प्रवेश…

आईएमएस में दीक्षान्त समारोह आयोजित

आईएमएस में दीक्षान्त समारोह आयोजित

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सृष्टि ने मिला सोना, काजल को चांदी गाजियाबाद। लालकुंआ स्थित आईएमएस में आयोजित पीजीडीएम पाठ्यक्रम के दीक्षान्त समारोह में विभिन्न विद्यार्थियों को डिप्लोमा प्रमाण पत्र दिये गये। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर डा. मंगु सिंह, अरविंद…

एपीईएम की एलुमिनाई मीट में शामिल हुए 300 पुरातन विद्यार्थी

एपीईएम की एलुमिनाई मीट में शामिल हुए 300 पुरातन विद्यार्थी

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गाजियाबाद। एनएच 24 स्थित आईपीईएम में आयोजित एलुमिनाई मीट में 300 से अधिक एलएलबी के पुरातन विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इसका विधिवत शुभारम्भ आईपीईएम संस्थान के महानिदेशक कर्नल डॉ एएस मल्होत्रा ने करते हुए सभी पुरातन विद्यार्थियों का स्वागत किया। सभी उपस्थित…