जल प्रकृति है वस्तु नहीं, इसका व्यापार नहीं हो सकता-कैलाश
Onप्रभाष परम्परा न्यास एवं मेवाड़ विवि की वर्चुअल विचार संगोष्ठी आयोजित गाजियाबाद। ‘जल प्रकृति है, वस्तु नहीं। इसलिए जल का व्यापार अवैध है। सरकार को चाहिए कि एक सख्त कानून बनाकर जल को प्रत्येक मनुष्य के लिए मुहैया कराया जाए।’ यह बात…