नवांकुर आकाश भारद्वाज की पढ़िये सुन्दर कविता
Onपढ़ा था विद्यालय में विषय गणित और विज्ञान पर कभी ना दिया मैंने हिंदी पर ध्यान। हिंदी है मेरी सबसे बड़ी पहचान उसके बिना सब पूछते क्या है तेरा मान? हिंदी को दिलाना है विश्व में सम्मान कभी ना देख सकूंगा…
पढ़ा था विद्यालय में विषय गणित और विज्ञान पर कभी ना दिया मैंने हिंदी पर ध्यान। हिंदी है मेरी सबसे बड़ी पहचान उसके बिना सब पूछते क्या है तेरा मान? हिंदी को दिलाना है विश्व में सम्मान कभी ना देख सकूंगा…
वीवीआईपी क्लब में कवयित्री सम्मेलन एवं सम्मान समारोह आयोजित मन के मनके’ पुस्तक का हुआ विमोचन, अनेक साहित्यकारों का हुआ सम्मान दर्जन भर कवयित्रियों ने सुनाईं एक से बढ़कर एक कविताएं बिना चुटकुलों व चुहलबाजियों के कवयित्री सम्मेलन को श्रोताओं ने दीं…
व्यथा यह कहानी सत्य घटना पर आधारित है किसी भी व्यक्ति विशेष या संस्थान की भावनाओं को ठेस न पहुँचे इसलिए कहानी में पात्रों के नाम व स्थान बदल दिए गए हैं । ************************** उषाकाल… सभी अपने अपने कार्य स्थलों पर जाने…
पहली कविता- आज बढ़ गया इस धरती पर देखो अत्याचार। न ही रह गये संस्कार और न ही सद्व्यवहार। सृष्टि की जननी को देखो खूब हैं लूट रहे। करते न सम्मान इनका, इन पर हैं टूट रहे। मचल गयी शक्ति मच जायेगी…
1. नींद को आना न था नींद को आना न था काली रात ढल रही। जब जुबां खामोश थी अश्कों ने हाले दिल कही। सपनों के फूल झर गये, झरे पात पात हैं। अवाक् है हर कल्पना गीत मौन हो गये। उल्लास…
डॉ पाण्डेय के उपन्यास ‘बाँहों में आकाश’ का भी हुआ विमोचन गाजियाबाद। सुपरिचित कवि डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय को नेपाल की वाणिज्यिक नगरी बीरगंज में आयोजित नेपाल-भारत साहित्य महोत्सव 2018 में नेपाल-भारत अंतरर्राष्ट्रीय साहित्य रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही…
गाजियाबाद। साहित्यम परिवार ने क्रॉसिंग रिपब्लिक में कवि आशीष सक्सेना प्रकाश कानपुर की अगुवाई में एक भव्य काव्य सम्मेलन का आयोजन किया। जिसमें दिल्ली एनसीआर के 30 से अधिक कवियों ने उम्मीद से बढ़कर कविताओं का प्रदर्शन किया। कवियांे में दानिश मो….
गाजियाबाद। अखिल भारतीय साहित्य परिषद् गाजियाबाद एवं सम्प्रेषण संस्था के संयुक्त तत्वावधान में ब्रेवहार्ट सोसाइटी राजनगर एक्सटेन्शन में सरस काव्य संध्या का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता मशहूर शायर मासूम गाजियाबादी ने की। सुप्रसिद्व गीतकार डॉ योगेन्द्र दत्त शर्मा का आशीर्वाद…
2019 का महाचुनाव आने वाला है, जंगल के रिपोर्टर गिद्धों ने पेड़ों पर डेरा डाला है, सीटों पर भेड़ियों, लोमड़ियों, शेरों का बोलबाला है, 2019 का महाचुनाव आने वाला है। सहमे हुए मृग सोच रहे, इनके खिलाफ जो जाएँगे कालेश्वर का ग्रास…
किसी की पलकें भीगीं तो कोई फफक-फफक कर रोया – नीरज जी मन से लिखने वाले लोगों के मन के कवि थे- डाॅ. कुंअर बेचैन – समय सापेक्ष और समाज की पथ प्रदर्शक हैं नीरज की रचनाएं- डाॅ. सीता गाजियाबाद। गीतऋषि गोपाल…