सुपरिचित कवयित्री मोनिका शुक्ला की दो मनोरम कविताएँ
On1-भूल जाओगे भूल जाओगे क्या तुम मुझे मेरी बातों को मेरे प्रेम को स्नेह को…… सूखे पत्तों की तरह उड़ा तो न दोगे अपने आँगन से….. सब कुछ तो रहेगा तुम्हारे आस पास घर द्वार फूल पत्ते गौरैया मेरे ढेर सारे बोल…