केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया एवं  हरदीप सिंह पुरी ने  यशोदा अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस साइंटिफिक सेशन का उद्घाटन किया

केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया एवं  हरदीप सिंह पुरी ने  यशोदा अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस साइंटिफिक सेशन का उद्घाटन किया

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• अस्पताल ने इस तकनीक को अधिक लोगों तक पहुँचाने के लिए केंद्र में चौथी पीढ़ी की रोबोटिक सर्जरी प्रणालियों में से एक ‘दा विंची’ को इन्स्टॉल किया • उद्घाटन माननीय केंद्रीय मंत्रियों श्री हरदीप सिंह पुरी और जनरल वी के सिंह,…

यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी पहुँची राष्ट्रीय नारी स्वास्थ्य जन आंदोलन यात्रा

यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी पहुँची राष्ट्रीय नारी स्वास्थ्य जन आंदोलन यात्रा

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फोग्सी ( The Federation of Obstetric and Gynaecological Societies of India) की अनिमिया नेशनल राइड (नारी स्वास्थ्य जन आंदोलन यात्रा) यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी पहुची और हॉस्पिटल में एक विशाल अनीमिया जांच शिविर लगाया गया. इस शिविर का आयोजन इंडियन मेडिकल…

 हृदय में बिना वायर वाला पेसमेकर लगाया 

 हृदय में बिना वायर वाला पेसमेकर लगाया 

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इसलिए खास है यह पेसमेकर, हार्ट को चीरना नहीं पड़ता, मरीज को दो दिन में छुट्टी दे दी जाती है पैर की नस के माध्यम से पेसमेकर लगाने से इन्फेक्शन का खतरा कम होता है। यशोदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, कौशाम्बी में चिरंजीव विहार गाजियाबाद निवासी 65 वर्षीय मरीज के हृदय में बिना वायर वाला (लीडलेस) पेसमेकर सफलतापूर्वक लगाया गया है। इसे ह्रदय में प्रत्यारोपित करने में  20 मिनट लगे मरीज को 3 दिन बाद ही हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गयी. इस अत्याधुनिक तकनीक में इम्प्लांटेशन के दौरान 65 वर्षीय मरीज के हार्ट में किसी प्रकार का चीरा भी नहीं लगाया गया और पैर की नस के जरिये पेसमेकर लगाया गया। हॉस्पिटल के वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ  डॉ. असित खन्ना  ने कहा कि मरीज पेसमेकर लगने के बाद पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया एंजियोग्राफी की तरह की जाती है। मरीज की जांघ के पास छोटा छेद किया जाता है, उसी के माध्यम से एक लीडलेस पेसमेकर शरीर में प्रवेश कराया जाता है और उसे ह्रदय में कैथलैब में मशीन में देखते हुए ह्रदय में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। इसमें जरा भी रक्तस्राव नहीं होता है। डॉ असित खन्ना ने बताया कि पारंपरिक कृत्रिम पेसमेकर (सीपीएम) से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए लीडलेस पेसमेकर लगाए जाते हैं. लीडलेस पेसमेकर पारंपरिक पेसमेकर से 90% छोटा होता है. यह एक छोटा उपकरण है जिसे सीधे हृदय में भेजा जाता है. इसके लिए छाती में चीरा लगाने की भी जरूरत नहीं होती है।  ये तकनीक चिकित्सा बाजार में अपेक्षाकृत नई है, जिसे 2018 में उतारा गया था। हमारे देश में इसे लगाने के केवल कुछ मामले ही अभी तक सामने आए हैं. डॉक्टरों का दावा है कि गाजियाबाद में यह पहला सफल प्रयास है। गौरतलब है कि, अभी तक मरीजों को इस तकनीक से इलाज के लिए गाजियाबाद से बाहर जाना पड़ता था. डॉ असित खन्ना ने लीडलेस पेसमेकर के फायदे बताते हुए कहा कि ऐसे मरीज जिनमें हार्ट की काम करने की क्षमता कम होने का पता चलता है और मरीज के शरीर का एक हिस्सा पैरालाइज होने या अन्य कारणों के चलते रूटीन पेसमेकर लगाना लगभग मुश्किल होता है ऐसे में लीडलेस पेसमेकर लगाने का निर्णय लिया जाता है , साथ ही उन्होंने बताया कि पेसमेकर से एलर्जी वाले रोगी में भी लीडलेस पेसमेकर लगाया जाता है जिसे साधारण पेसमेकर से एलर्जी की दुर्लभ बीमारी होती है, ऐसे रोगी के ह्रदय में साधारण पेसमेकर लगाने पर उनमें खराबी आ जाती  है और उसको बदलना पड़ता है. लीडलेस पेसमेकर एक नई तकनीकी का पेसमेकर है और इससे एलर्जी भी नहीं होती है. पेसमेकर से एलर्जी होना एक दुर्लभ घटना है, जिससे हल्की सूजन से लेकर गंभीर सूजन तक हो सकती है. इसलिए ये समस्या हृदय रोगियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है ।

 प्रोफेसर आर.के. मनी कैपिटल फाउंडेशन अवार्ड से सम्मानित 

 प्रोफेसर आर.के. मनी कैपिटल फाउंडेशन अवार्ड से सम्मानित 

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दिल्ली स्थित इंडियन इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कैपिटल फाउंडेशन अवार्ड सेरेमनी के दौरान प्रख्यात फेफड़ा एवं स्वास रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रोफेसर आर.के. मनी को कैपिटल फाउंडेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया। डॉ. मनी को यह अवार्ड केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान…

*एक स्वस्थ नारी से ही समुन्नत दुनिया का निर्माण संभव, उन्हें अच्छी परवरिश दें: डॉ उपासना अरोड़ा

*एक स्वस्थ नारी से ही समुन्नत दुनिया का निर्माण संभव, उन्हें अच्छी परवरिश दें: डॉ उपासना अरोड़ा

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(अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च पर विशेष) यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी, गाजियाबाद की निदेशिका डॉ उपासना अरोड़ा मानवीयता और व्यवहारिकता की प्रतिमूर्ति समझी जाती हैं। महिलाओं के उत्थान के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया है और आगे भी करने का इरादा…

भोजन में शामिल करें उच्च प्रोटीन, तन-मन हमेशा रहेगा परिपूर्ण

भोजन में शामिल करें उच्च प्रोटीन, तन-मन हमेशा रहेगा परिपूर्ण

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विश्व प्रोटीन दिवस 27 फरवरी कहावत है कि जैसा खाये अन्न, वैसा बने मन। यहां मन का अभिप्राय सम्पूर्ण स्वास्थ्य से है। इसलिए एक व्यक्ति को क्या खाना चाहिए, कितना खाना चाहिए, कब खाना चाहिए, जरूर जानना चाहिए। क्योंकि स्वास्थ्य ही धन…

 “प्रदूषण एवं हमारा स्वास्थ्य” विषय पर व्याख्यान आयोजित

 “प्रदूषण एवं हमारा स्वास्थ्य” विषय पर व्याख्यान आयोजित

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प्रदूषण को नियंत्रित करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : डॉ केके पाण्डे राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस के अवसर पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी में एक ‘प्रदूषण एवं हमारा स्वास्थ्य’ विषय पर जागरूकता विषय का व्याख्यान आयोजित किया गया. इस व्याख्यान में मरीजों…

-महत्वपूर्ण लेख-

-महत्वपूर्ण लेख-

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-महत्वपूर्ण लेख- आज हम कोरोना महामारी के चलते घरों में बन्द हैं। पूरा देश महामारी से आतंकित है। हर तरफ मौत का मंजर है, डर है, बदहवासी है, जान बचाने के लाले पड़े हुए हैं। हर घर में आस-पड़ोस से, रिश्तेदारों से,…

कोरोना वायरस से पूरे साल सतर्क रहने की जरूरत- डॉ अर्जुन खन्ना

कोरोना वायरस से पूरे साल सतर्क रहने की जरूरत- डॉ अर्जुन खन्ना

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कोविड-19 के टीकाकरण और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा किए गए सीरो सर्वे मे आए हर्ड इम्यूनिटी के नतीजों की खबर को कोविड-19 से मुक्ति या कोरोनावायरस की समाप्ति ना मान ले। सीरो सर्वे में जारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में करीब…

गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भी कोविड टीके लगने शुरू

गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भी कोविड टीके लगने शुरू

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यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल कौशांबी गाजियाबाद में पांचवें चरण के कोविड टीकाकरण की शुरुआत अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर डाक्टर पीएन अरोड़ा व डायरेक्टर उपासना अरोड़ा ने टीका लगवाकर की। टीका लगने के बाद डाक्टर पीएन अरोड़ा ने कहा के अवसाद के एक…