दूरदराज से आये 25 विद्वानों ने पर्चे पढ़े
– भावी शिक्षा की तैयारी पर किया विचार मंथन
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस में ‘भविष्य के लिए तैयार शिक्षा’ विषय पर दूरदराज से आये 25 विद्वानों ने पर्चे पढ़े। इन पर्चों में बताया गया कि कैसे भविष्य निर्माण के लिए हमें किस प्रकार की शिक्षा की तैयारी करनी चाहिए, विद्यार्थियों को अपने कर्तव्य एवं अधिकार कहां और कैसे इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही विद्यार्थियों ने विषय सम्बंधी पर्चे पढ़कर इसके उपविषयों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। नेशनल कॉन्फ्रेंस में मुख्य अतिथि केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय के समग्र शिक्षा अभियान की पूर्व मुख्य सलाहकार डॉ. लता राम मोहन, विशिष्ट अतिथि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. भारती शर्मा, योगऋषि फाउंडेशन नोएडा के संस्थापक अचार्य आदित्य, डॉ. संगीत शर्मा, दिल्ली विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ. अंजलि शौकीन, मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल, विभागाध्यक्ष डॉ. गीता रानी, विद्यार्थी तान्या सिंह, नीति राजपूत, शिखा, नंदिनी शर्मा, मीना चमोली, लायबा खान, सौरभ सेठ, निहारिका, मयंक शर्मा, शीतल पाठक आदि ने विषय सम्बंधी विचार व्यक्त किये। इससे पूर्व डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न और गुलदस्ते देकर सम्मानित किया। पहले दिन का सारांश कॉफें्रस समन्वयक जैना सुशील और दूसरे दिन की गतिविधियों का सारांश डॉ. किरन जोशी ने प्रस्तुत किया। विभागाध्यक्ष डॉ. गीता रानी आदि ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र बांटे। नेशनल कॉन्फें्रस में डीएलएड के विभागाध्यक्ष अमित कुमार, डॉ. वियंता पाल, डॉ. सपना रल्हन, डॉ. रिनी श्रीवास्तव, डॉ. सुषमा रानी, वीनस रावत, पूनम रावत, डॉ. अनीता सिंह, गरिमा, अजय प्रताप सिंह चौहान, प्रवीण कुमार तेवतिया, सबा खान, रितु सिंह, नंदिता शर्मा, डॉ. अरुणा भारद्वाज, प्रिया कुशवाह, डॉ. स्मृति लता सिन्हा, दयावती, जयवीर सिंह, देवेन्द्र, विनय, कंचन, अंकिता गुप्ता, अंकिता आर्य आदि विशेष सहयोगी के रूप में मौजूद रहे।