बारह साहित्यिक एवं सामाजिक विभूतियों को वर्ष 2023 के लिए अनुबन्ध सम्मान से नवाजा
ग़ाज़ियाबाद। अखिल भारतीय अनुबन्ध फाउंडेशन, मुम्बई (महाराष्ट्र) की ओर से साहित्य और समाज के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए राजनगर एक्सटेंशन, ग़ाज़ियाबाद के प्लैटिनम 321 क्लब हाउस में अनुबन्ध सम्मान समारोह, पुस्तक लोकार्पण एवं काव्य संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देश की लब्ध प्रतिष्ठित बारह साहित्यिक एवं सामाजिक विभूतियों को अनुबन्ध सम्मान-2023 प्रदान किया गया। शकुंतला शर्मा, रविदत्त शर्मा एवं कीर्तिशेष महाकवि डॉ कुंअर बेचैन की पुण्यस्मृति में आयोजित समारोह का शुभारंभ अतिथि कवियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं जेपी रावत द्वारा मां सरस्वती की वंदना से हुआ। इसके बाद अखिल भारतीय अनुबन्ध फाउंडेशन, मुम्बई (महाराष्ट्र) के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार कुश ‘तन्हा’ ने सभी साहित्यिक विभूतियों को मंचासीन किया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सुविख्यात साहित्यकार एवं हिन्दी अकादमी दिल्ली के उपसचिव ऋषि कुमार शर्मा उपस्थित थे। डॉ प्रमोद कुमार कुश ‘तन्हा’ ने संस्था के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। कीर्तिशेष महाकवि डॉ कुंअर बेचैन को उनकी कालजयी रचनाओं के माध्यम से बार-बार याद किया। पिछले पांच वर्षों में संस्था द्वारा मुम्बई और ग़ाज़ियाबाद में किए गए साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि ऋषि कुमार शर्मा को शॉल, पुष्पहार और अनुबन्ध फाउंडेशन के स्मृति चिह्न से सम्मानित किया गया। सुविख्यात वरिष्ठ कवयित्री डॉ. रमा सिंह को उनकी अनुपस्थिति में शॉल, पुष्पहार और अनुबन्ध फाउंडेशन के स्मृति चिह्न से सम्मानित किया गया। तत्पश्चात् साहित्य के क्षेत्र में अति विशिष्ट योगदान के लिए मासूम ग़ाज़ियाबादी, अशोक मधुप, रवीन्द्र कान्त त्यागी को अंगवस्त्र, पुष्पहार एवं प्रशस्ति प्रतीक चिह्न द्वारा “अनुबन्ध फाउंडेशन साहित्य रत्न-2023 सम्मान” से सम्मानित किया गया। सुविख्यात साहित्यकार हरेराम समीप और मीनाक्षी जिजीविषा को उनकी अनुपस्थिति में “अनुबन्ध फाउंडेशन साहित्य रत्न-2023 सम्मान” से सम्मानित किया गया। सामाजिक चेतना एवं समाज कल्याण के कार्यों में विशेष योगदान के लिए दर्शन अग्रवाल एवं नूतन अग्रवाल को अंगवस्त्र, पुष्पहार एवं प्रशस्ति प्रतीक चिह्न द्वारा “अनुबन्ध समाज भूषण सम्मान-2023” से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह के आयोजन में अपनी विशेष निर्णायक भूमिका निभाने वाले चयन समिति के वरिष्ठ सदस्यों बीएल बत्रा अमित्र, किशोर श्रीवास्तव एवं डॉ. चेतन आनंद को अंगवस्त्र, पुष्पहार एवं प्रशस्ति प्रतीक चिन्ह द्वारा “अनुबन्ध सम्मान समारोह निर्णायक सम्मान-2023” से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में ‘देवप्रभा प्रकाशन द्वारा हाल ही में प्रकाशित डॉ. प्रमोद कुमार कुश ‘तन्हा’ के ग़ज़ल-संग्रह ‘लकीरों का सफ़र’ का सम्मानित विभूतियों द्वारा लोकार्पण किया गया। ऋषि कुमार शर्मा, उप सचिव, हिन्दी अकादमी (दिल्ली) द्वारा ग़ज़ल संग्रह पर अपने विचार और बहुत सुंदर समीक्षा प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम के तीसरे सत्र में आमंत्रित रचनाकारों राजीव सिंहल, डॉ. अल्पना सुहासिनी, तूलिका सेठ, डॉ. अवधेश तिवारी, कमलेश संजीदा, जगदीश मीणा, जेपी रावत, पूनम सागर, सीमा सागर शर्मा, नूतन अग्रवाल, स्तुति भूषण, सुभाष गर्ग एवं भरत मिश्रा प्राची ने काव्य पाठ कर खूब समां बांधा। कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रमोद कुश तन्हा की ग़ज़लों ने मंचासीन अतिथि साहित्यकारों को भी वाह-वाह करने पर विवश कर दिया। काव्य संध्या के ख़ूबसूरत संचालन के साथ-साथ गार्गी कौशिक ने बहुत सुंदर गीत से ख़ूब तालियां बटोरीं। सम्मानित साहित्यकार सुप्रसिद्ध लेखक रवीन्द्र कान्त त्यागी ने लेखन के प्रति अपने समर्पण और संघर्ष को अपने वक्तव्य के द्वारा साझा किया।