भावनाओं को संभालें और सकारात्मक
शक्ति को बढ़ाएं-डॉ. मनोज मतनानी
गाजियाबाद। ब्रहमाकुमारीज मेडिकल विंग के सक्रिय सदस्य एवं सीनियर डॉक्टर मनोज मतनानी ने कहा कि भावनाएं परेशान करती हैं, जो नियंत्रित न होने पर अपराध की ओर धकेलती हैं। इसलिए इन पर नियंत्रण पाकर अपनी अंदरूनी शक्ति को बढ़ाना चाहिए। अंदरूनी शक्ति सकारात्मकता बढ़ाती है। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में विद्यार्थियों और मेवाड़ परिवार के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। ‘भावनाओं को संभालना और सकारात्मक शक्ति को बढ़ाना’ विषय पर वह अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। डॉक्टर मतनानी के अनुसार माइंड की फुल फार्म होती है ‘माई इनर नॉइजी डेविल’। उन्होंने कहा कि अब ‘नॉइजी डेविल’ को ‘नॉबेल डॉक्टर’ में बदलने की जरूरत है। इसके लिए मन और बुद्धि की एकाग्रता आवश्यक है। एकाग्रता के लिए ध्यान यानी मेडिटेशन करना चाहिए। इससे भावनाओं पर नियंत्रण होगा और सकारात्मक शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने अनेक उदाहरणों के माध्यम से अपनी बात विषयानुकूल साबित की। उन्होंने सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को दस मिनट के लिए मेडिटेशन भी कराया। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने डॉ. मतनानी को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और अंत में सभी का आभार जताया। इस अवसर पर ब्रहमाकुमारीज से बहन लक्ष्मी भी मौजूद रहीं।