साहित्य उपवन रचनाकार मंच का प्रथम वार्षिकोत्सव एवं “हौसलों के हमसफ़र” पुस्तक लोकार्पण संपन्न
दिल्ली में गांधी शांति प्रतिष्ठान के विशाल सभागार में साहित्य उपवन रचनाकार मंच ने अपना प्रथम वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया। जिसमें पूरे भारतवर्ष से लगभग 80 से भी अधिक रचनाकार, दूसरे राज्यों के साहित्यिक मंचों के संस्थापक अध्यक्ष व गणमान्य अतिथि शामिल हुए। इस शुभ अवसर पर मंच के द्वारा पद्मश्री प्राप्त दस विभूतियों पर 73 रचनाकारों द्वारा सृजित विभिन्न विधाओं की रचनाओं का संकलन “हौसलों के हमसफ़र” पुस्तक का लोकार्पण किया गया। इस पुस्तक का प्रकाशन देवप्रभा प्रकाशन ने किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय जीतराम भट्ट जी, प्राच्य विद्या निदेशालय के निदेशक, हिन्दी साहित्य अकादमी व संस्कृत साहित्य अकादमी के पूर्व सचिव ने की। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सविता चड्ढा जी, विश्वस्तरीय लेखिका व साहित्यकार का आशीष प्राप्त हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप में पुष्पा सिंह विसेन जी, वरिष्ठ कवयित्री, लेखिका, शायरा, राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायणी साहित्य अकादमी, डॉ राकेश सक्सेना जी अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ साहित्यकार, संस्थापक तूलिका साहित्यिक मंच, डॉ सुनीता सक्सेना जी वरिष्ठ लेखिका, उपन्यासकार व कहानीकार, डॉ चेतन आनंद जी वरिष्ठ साहित्यकार, ग़ज़लकार, संस्थापक- देवप्रभा प्रकाशन, ओमप्रकाश प्रजापति जी संपादक, ट्रू मीडिया, आ. अमरनाथ जी वरिष्ठ मूर्धन्य साहित्यकार,छंद विशेषज्ञ व छंदगुरु, उपवन के संरक्षक डॉ अशोक कुमार ‘मयंक’ जी, वरिष्ठ साहित्यकार, ग़ज़लकार, मुख्य प्रशासनिक चिकित्सा अधिकारी, दिल्ली नगर निगम, भगत सिंह राणा ‘हिमाद’ जी वरिष्ठ कवि,लेखक, छंदकार, उपाध्यक्ष, साहित्य उपवन रचनाकार मंच, मुक्ता टोप्पो जी वरिष्ठ लेखिका कवयित्री, संरक्षक, साहित्य उपवन रचनाकार मंच, कुमार रोहित रोज जी संस्थापक अध्यक्ष, साहित्य उपवन रचनाकार मंच की सार्थक उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन साहित्य उपवन रचनाकार मंच की महासचिव सुश्री कुसुम लता ‘कुसुम’ तथा उपसचिव नंदन राणा नवल जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों को मंचासीन करने के साथ दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। तत्पश्चात कुसुम लता ‘कुसुम’ जी द्वारा मधुर सरस्वती वंदना से माँ शारदा का आह्वान किया गया। प्रबुद्ध मंचासीन अतिथियों का सम्मान पगड़ी, मुक्तामाल एवं प्रतीक चिह्न भेंट करके किया गया। अतिथिगणों के कर कमलों से पुस्तक लोकार्पण हुआ। तत्पश्चात मंचासीन अतिथियों का स्नेह आशीर्वचन तथा उद्बोधन हुआ। उपवन के अध्यक्ष रोहित कुमार रोज के द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। भोजनावकाश के बाद नंदन राणा नवल जी के कुशल संचालन में रचनाकारों को मंचासीन अतिथियों द्वारा पगड़ी, प्रशस्ति-पत्र एवं प्रतीक चिह्न भेंट किया गया। अंत में कार्यकारिणी तथा “हौसलों के हमसफ़र” के समीक्षकों, संचालकों का सम्मान गणमान्य अतिथियों के करकमलों से हुआ। कार्यक्रम का विधिवत समापन अध्यक्ष कुमार रोहित रोज जी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। कवि चेतन आनंद के काव्य पाठ ने सभी को खूब आनंदित किया। 
News Reporter

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