कानूनी मामलों के बारे में मिलीं व्यवहारिक जानकारियां
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट में बीए.एलएलबी के छात्रों ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी दिल्ली का शैक्षिक दौरा कर वहां की जानकारियां लीं। यह दौरा छठे और एलएल.बी. चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए रखा गया। एनजीटी में करीब 30 छात्र मौजूद थे। एनजीटी में 3 कोर्ट रूम थे। जब छात्र वहां पहुंचे तो एनजीटी के अधिकारी श्री असवाल ने छात्रों को कोर्ट रूम आवंटित करने में मदद की। बीए.एलएलबी के छात्र छठवें सेमेस्टर को कोर्ट रूम नं. 2 और एलएलबी चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों को कोर्ट रूम नं. एक दिया गया। मंच पर एनजीटी के कुलसचिव और अन्य दो न्यायाधीश उपस्थित थे। कार्यवाही लगभग 2 घंटे तक चली। उसके बाद न्यायाधीशों ने उनके सामने सूचीबद्ध सभी मामलों को स्थगित कर दिया। कमरा नं. 2 के छात्रों को सरकार की लापरवाही के संबंध में खंडपीठ की सुनवाई का अवलोकन करने का अवसर मिला। अधिकारियों ने वन क्षेत्रों में अवैध खनन, पक्षकारों पर लागत आरोपित करने आदि के मामले में कार्रवाई की और यह कार्रवाई दोपहर भोजन तक चलती रही। दोपहर के भोजन के बाद छात्रों को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम कर रहे एनजीटी के अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने बताया कि छात्रों को उनके भविष्य के विकास के साथ-साथ करियर में वृद्धि के लिए एनजीटी के कानूनी तंत्र के बारे में जागरूक करने में यह दौरा काफी ज्ञानवर्द्धक रहा। विद्यार्थियों को कानून की व्यवहारिक जानकारियां देना मेवाड़ का प्राथमिक कर्तव्य है।