राहुल गांधी अपनी आदतें सुधार
लें अन्यथा पछताना पड़ेगा-राय
गाजियाबाद। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार पद्मश्री राम बहादुर राय ने कहा कि राहुल गांधी लगातार भूल कर रहे हैं। हम भारतीय सावरकार का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। अच्छा होगा कि राहुल गांधी अपनी आदतें सुधार लें अन्यथा उन्हें पछताना होगा। देश की जनता उन्हें सबक सिखा देगी। प्रभाष परम्परा न्यास और मेवाड़ यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित वर्चुअल विचार संगोष्ठी में उन्होंने ये शब्द कहे। वह ‘सावरकर पर नया विवाद’ विषय पर बतौर मुख्य वक्ता अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि राहुल को अपनी समझ बदलनी होगी। राहुल गांधी पर शायद मणि शंकर अय्यर का दुष्प्रभाव काम कर रहा है। जबकि सभी जानते हैं कि सावरकर ने हमारे देश के लिए अपना कितना बहुमूल्य योगदान दिया है। उन्हें देशवासी कभी भूल नहीं सकते। अंडमान में सावरकर कैसे रहे, जानना है तो सावरकर की ‘मेरा आजीवन कारावास’ पुस्तक जरूर पढ़नी चाहिए। विचार संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि सावरकर यथार्थवादी नेता थे। उन्होंने ही बताया कि हमारा जीवन अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। सावरकर जी का नैतिकता पर ज्यादा विश्वास नहीं था। उनका एक ही उद्देश्य था-देश को आजाद कराना, जनता को जागृत और संगठित करना। उनका कहना था कि खूब खाओ और अंग्रेजों का डटकर सामना करो। उन्होंने हमेशा चाहा कि हिन्दुओं का सशक्तीकरण और सैनिकों का सैनिकीकरण हो। उनका देश के प्रति समर्पण भाव अद्वितीय था। वह अदम्य साहसी, दृढ़ निश्चयी और देशभक्त थे। ऐसे महान सावरकर पर अभद्र टिप्पणी करना नासमझी है। निन्दनीय है। राहुल गांधी को अपनी मर्यादा का ध्यान रखना होगा। सावरकर नौजवानों के प्रेरणास्त्रोत हैं। सावरकर सूर्य हैं। इनकी रौशनी कभी कम नहीं होगी। अंत में मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मेवाड़ परिवार और प्रभाष परम्परा न्यास के सभी सदस्य उपस्थित रहे। कुशल संचालन वरिष्ठ पत्रकार मनोज कुमार मिश्र ने किया।