लक्ष्य प्राप्ति के बाद दूसरों के
लिए प्रेरणा बनें-प्रोफेसर जैन
गाजियाबाद। ‘लक्ष्यों को प्राप्त करने के बाद दूसरों के लिए प्रेरणा बनें।’ उदयपुर राजस्थान स्थित गीतांजलि प्रबंधन संस्थान के प्रोफेसर पीके जैन ने यह विचार व्यक्त किये। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में ‘इनवेस्ट इन योरसेल्फ’ यानी ‘स्वयं में निवेश करें’ विषय पर उन्होंने छात्रों और संकाय सदस्यों को प्रेरक बातें बताईं। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए श्री जैन ने कहा कि भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान से लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसे असंख्य महापुरुष अपने अकादमिक कौशल के अलावा अपने क्षेत्रों में जुनूनी थे। उन्होंने खुद को एक ब्रांड बनाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संचार के महत्व पर बल दिया और स्वयं के लिए नये लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दूसरों की प्रेरणा बने। उन्होंने कहा कि उद्देश्य प्राप्त करने के बाद ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के माध्यम से उस स्थिति को लगातार बनाए रखने में सक्षम होना भी आत्म विकास के लिए एक निवेशक होने का अभिन्न अंग है। इससे पूर्व डॉ. अलका अग्रवाल ने इंस्टीट्यूशंस की ओर से पीके जैन को शॉल व स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। अंत में मेवाड़ संस्थान की निदेशक डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन रंजना मिश्रा ने किया। अतिथि व्याख्यान में बीबीए और बीए.एलएलबी के विद्यार्थियों के अलावा मेवाड़ के शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।