स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी और चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी में अनुसंधान एवं विकास के सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आज त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर ग्रूप् ऑफ कंपनीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डा जी एस के वेलू के नेतृत्व में चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज एमिटी का दौरा किया और एमिटी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और शोधर्थियों द्वारा किये जा रहे अनुसंधान व नवाचार की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर एमिटी सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने अतिथियों का स्वागत किया। इस प्रतिनिधिमंडल में त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर की गु्रप सीईओ सुश्री चंद्रा गंजूए कोरपोरेट मार्केटिंग के सीनियर मैनजर श्री हितेश माथुर और बिजनेस मैनेजर श्री गौरव भनोट भी शामिल थे। इस अवसर त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर और एमिटी विश्वविद्यालय के मध्य चिकित्सा और स्वास्थय सेवा क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने और मेक ंइन इंडिया पहल की दिशा में योगदान देने के लिए समझौता पत्र हस्ताक्षर भी किया गया। इस प्रतिनिधिमंडल के भ्रमण का उददेश्य एमिटी में हेल्थकेयर क्षेत्रों में उपयोग रखने वाले उत्पादों का प्रौद्योगिकी हंस्तातरण और व्यावसायीकरण की क्षमता का विकासए निदानए स्वास्थय प्रौद्योगिकी और मेडिकल बायोटेक्नोलाजी के संयुक्त अनुसंधान में त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर और एमिटी विश्वविद्यालय का सहयोग और एमिटी के छात्रो को त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर मे रोजगार के अवसरों का पता लगाना था। त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर ग्रूप् ऑफ कंपनीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डा जी एस के वेलू ने कहा कि त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर 1977 से स्थापित एक अग्रणी कंपनी है जो दुनिया भर में उन्नत चिकित्सा प्रौद्योगिकियो को सुलभ और सस्ती बनाती है और चिकित्सा उपकरणों, स्वास्थ्य सेवा वितरण में बहु विशेष अस्पतालों और पैथोलॉजी और स्वास्थ्य सेवा निवेश की श्रृखंला के माध्यम से काम करती है। कंपनी कई वैश्विक ब्रांडो की मालिक है और नवजात स्क्रीनिंग में विश्व में अग्रण है। डा वेलू वर्तमान में भारत, चीन और अमेरिका सहित अन्य देशों से 85 प्रतिशत चिकित्सा उपकरणों का आयात करता है एमिटी के साथ इस साझेदारी के माध्यम से भारत में चिकित्सा उपकरणों का निर्माण करने का लक्ष्य है जिससे हम आत्मनिर्भर बन सकें और उद्योग अकादमिक संघ को मजबूत कर सकें। कंपनी ने कुछ तकनीकों की पहचान की है जिन्हे एमिटी द्वास स्थानांतरित किया जा सकता है इसमें व्यवसायीकरण की क्षमता है। त्रिविट्रॉन हेल्थकेयरए एमिटी के क्षमतावान छात्रों की पहचान करेगी जिन्हें कंपनी द्वारा रोजगार प्रदान किया जायेगा। त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर की ग्रुप सीईओ सुश्री चंद्रा गंजू ने कहा कि एमिटी ने विश्व भर के शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक मानक स्थापित किया है। त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर सबसे बड़ी चिकित्सा उपकरण कंपनी में से एक है जो एमिटी के साथ सहयोग करके साझेदार अनुसंधान और नवाचार, लागत प्रभावी प्रौद्योगिकियों के विकास, कार्यबल के कौशल विकास में मदद करेगी जिससे देश के विकास और आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा। एमिटी सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डॉ. डब्लू सेल्वामूर्ती ने कहा कि एमिटी, त्रिविट्रॉन हेल्थकेयर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके बेहद खुश है और सहयोग भारत के चिकित्सा और स्वास्थय सेवा क्षेत्र को बेहतर बनाने की दिशा में योगदान देगा। इस सहयोग से हम प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल की दिशा में योगदान देगें। एमिटी में हम छात्रों को अनुसंधान करने केे लिए प्रेरित करते है। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय-प्रयोगशालाओं का दौरा भी किया।