सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रमों
के जरिये विद्यार्थियों ने किया धमाल
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में अमर बलिदानी रानी लक्ष्मी बाई जयंती एवं श्रीगुरु तेग बहादुर का शहीदी दिवस पूरी आस्था और भावपूर्ण तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने दोनों ही महान हस्तियों पर आधारित सांस्कृतिक व अध्यात्मिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमें आज जागरूक होने की आवश्यकता है। रानी लक्ष्मी बाई जैसा देश के लिए बलिदान देने का जज्बा मन में पैदा करना होगा तो श्रीगुरु तेग बहादुर जी के आदर्शोंं पर चलकर मानव धर्म की रक्षा करनी होगी। डॉ. गदिया ने कहा कि महिलाएं रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान से सबक लें। वे मानसिक रूप के अलावा शारीरिक रूप से सबल बनें। शिक्षक छात्राओं में शिक्षा व ज्ञान के अलावा उनमें हिम्मत व साहस का संचार भी करें। उन्होंने कहा कि संसार में श्रीगुरु तेग बहादुर ही ऐसे हुए, जिन्होंने कुरआन व हिन्दू धर्म के अच्छे तत्वों को लेकर सामान्य जीवन पद्धति का निर्माण किया। मगर धर्म के ठेकेदारों ने इस पद्धति को कायम नहीं होने दिया। अगर यह जीवन पद्धति कायम हो जाती तो हिन्दू-मुस्लिम एक होते। उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि श्रीगुरु तेग बहादुर का जन्म ऐसे समय में हुआ, जब विदेशी आक्रांताओं का भारत में राज था। धर्म के ठेकेदारों का बोलबाला था और जाति अपने मूलमंत्र से दूर हो रही थी। ऐसे में श्रीगुरु तेग बहादुर ने प्रकाश के रूप में प्रकट होकर जगत में व्याप्त अंधियारा दूर करने का काम किया। वह ऐसे संत थे जिन्होंने जनता के बीच रहकर जनता की भाषा में अपनी बात कही। एक नई दिशा दी और ज्ञान दिया। उन्होंने कहा कि आज भी श्रीगुरु तेग बहादुर के उपदेश प्रासंगिक हैं। समारोह में मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थियों ने रानी लक्ष्मी बाई के व्यक्तित्व व कृतित्व पर आधारित सम्भाषण, समूह गान, एकल गान, कविताएं आदि सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया तो शबद-कीर्तन, गुरुबाणी, एकल व समूह गीत आदि प्रस्तुत कर गुरु तेग बहादुर के संदेशों का उल्लेख किया। कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों में अभय शुक्ला, हिमांशी यादव, रिनी एंड ग्रुप, अंशिका वर्मा, निधि कसाना, नेहा कुमारी, निशि एंड ग्रुप, प्रियांशु यादव, पीयूष विधूड़ी, प्रियंका, हंसिका एंड ग्रुप, राजरानी एंड ग्रुप, शनाया झा आदि थे। संचालन निधि और आसिफ ने किया।