मेवाड़ में वर्चुअल विचार संगोष्ठी आयोजित

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सामाजिक पंगुता से बचना है तो दीन दयाल उपाध्याय के चिंतन पर लौटना होगा-डॉ. शर्मा गाजियाबाद। पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉ. महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि सामाजिक पंगुता के खतरे से बचने के लिए हमें दीनदयाल उपाध्याय के चिंतन पर ही लौटना…

अंग्रेजी हुकूमत का झंडा फाड़ने और थाना फूंकने की सज़ा भोगनी पड़ी थी धौलाना के क्रांतिकारियों को

अंग्रेजी हुकूमत का झंडा फाड़ने और थाना फूंकने की सज़ा भोगनी पड़ी थी धौलाना के क्रांतिकारियों को

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आजादी के अमृत महोत्सव पर विशेष लेख- प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान फिरंगियों का यूनियन जैक झंडा फाड़ने और सरकारी थाना फूंकने की सज़ा भोगनी पड़ी थी धौलाना कस्बे के क्रांतिकारियों को। गुस्साये फिरंगियों ने 14 क्रांतिकारियों को सरेआम पीपल के पेड़…

हमारी ज़िंदगी में जो तुम्हें दिखते उजाले हैं

हमारी ज़िंदगी में जो तुम्हें दिखते उजाले हैं

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 ग़ज़ल ****** हमारी ज़िंदगी में जो तुम्हें दिखते उजाले हैं, ये हमने रात के आगोश से जगकर निकाले हैं। अगर तुम ध्यान से देखो तो मंज़िल का पता हैं ये, नहीं तो ये महज़ रिसते हुए पाँवों के छाले हैं। तुम्हारे प्यार…

देख न पानी जल जाए

देख न पानी जल जाए

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गीत ***** दसों दिशा में आग लगी, देख न पानी जल जाए। घुट-घुटकर किरदार मरें, और कहानी जल जाए।। सूरज की मारक लपटें, दिन को आज डराती हैं, सागर को उसकी लहरें हरदम आँख दिखाती हैं, ताक न ऐसे भोर मुई, शाम…

फेसबुकिया साहित्य

फेसबुकिया साहित्य

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बदलाव का दौर है. हर तरफ बदलाव की बयार है. कुछ बदलाव मंशा से किए जाते हैं तो कुछ अनायास ही हो जाते हैं. अब साहित्य को ही लें, नित नए प्रयोग हो रहे हैं. अलग-अलग विधाओं का दौर है. गद्यगीत, नवगीत,…