मेवाड़ में शिक्षक व स्थापना दिवस समारोह आयोजित
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के ऑडिटोरियम में आयोजित 24वें स्थापना व शिक्षक दिवस समारोह में इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि शिक्षक अब केवल शिक्षक न रहें बल्कि वे गुरु की भूमिका निभाते हुए विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करें। विद्यार्थियों को अपने साथ जोड़ें। उनमें पढ़ाई की ललक पैदा करने के लिए स्वयं ऊर्जावान बनें। दिल व दिमाग में संतुलन बनाएं और पूरी तरह से अध्यापन को ईमानदारी से करें। डॉ. गदिया ने कहा कि हमारे होने का अर्थ हम सबमें है। भगवान ने हमें यह एक अनोखा गुण दिया है। जरूरत है इसे देखने व परखने की। जिसने देख-परख लिया और जीवन में उतार लिया तो देखना भविष्य में आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलेंगे। हमें समाज के उस वंचित समाज के तबके को शिक्षित कर देश की मुख्यधारा से जोड़ना है, जिसके लिए कोई गंभीर रूप से चिंतित नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि हमारे मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 75 प्रतिशत बच्चा उसी वंचित समाज का शिक्षा ग्रहण कर रहा है। मेवाड़ के महासचिव अशोक कुमार सिंघल ने कहा कि शिक्षक दिवस को शिक्षक आत्म मूल्यांकन दिवस के रूप में मनाया करें। शिक्षक यह देखें कि साल भर में उन्होंने क्या किया और क्या अब आगे करना है। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में नए सिस्टम से अध्यापन एक चुनौती है और उन्हें खुशी है कि शिक्षक इसे स्वीकार कर कुशलता के साथ विद्यार्थियों को ऑनलाइन भी पढ़ा रहे हैं। इसे समाज व देशहित में सेवा की तरह ही शिक्षक अपनायें। इस प्रकार हम अपने भीतर अनुशासन के साथ-साथ विकास की संभावनाओं को भी जन्म दे सकते हैं। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने इंस्टीट्यूशंस की प्रगति रिपोर्ट पढ़ी। मेवाड़ के विद्यार्थियों ने इस मौके पर गीत, भजन, भाषण, कविता, गुरु वंदना आदि प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। संचालन हरमीत कौर ने किया। इस अवसर पर मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट के प्राचार्य डॉ. संजय सिंह भी उपस्थित रहे।