मेवाड़ में दो दिवसीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता आयोजित
कुल 14 टीमों ने किया प्रतिभाग
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ लाॅ इंस्टीट्यूट में आयोजित मूट कोर्ट प्रतियोगिता में एलएलबी व बीएएलएलबी के विद्यार्थियों की 14 टीमों ने देश के चर्चित अपराधिक कानूनी मामलों पर जमकर बहस की। भारतीय दंड संहिता की धाराएं 350, 354, 375, 376, आईटी एक्ट की धारा 66 व 66ए आदि से सम्बंधित केस पर विद्यार्थियों ने अनेक तर्क प्रस्तुत किए। मुख्य रूप से सलमान बनाम केरल राज्य, दीपक गुलाटी बनाम हरियाणा राज्य-2013, दिलीप कुमार बनाम बिहार राज्य-2005 आदि केस पर प्रतिभागियों में जमकर बहस-मुबाहसा हुआ। मेमोरियल की विषय-वस्तु एवं श्रेष्ठ प्रस्तुति के आधार पर विजेता टीमों की घोषणा की गई। एलएलबी चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी मोहित यादव व तरुण छाबड़ा प्रथम, बीएएलएलबी चतुर्थ सेमेस्टर की छात्राएं प्रगति शर्मा व मुस्कान द्वितीय और बीएएलएलबी चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थी उत्कर्ष शर्मा, यश वशिष्ठ व नारायणी तृतीय घोषित किये गये। मूट कोर्ट के जज के रूप में दिल्ली हाईकोर्ट के वकील चौधरी रविन्द्र सिंह व मेवाड़ लाॅ इंस्टीट्यूट के प्राचार्य डॉ आरके उपाध्याय रहे। चौधरी रविन्द्र सिंह और डाॅ. उपाध्याय ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए उनके साक्ष्यों या बहस में आई कमियों को रेखांकित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से विधि एवं विभिन्न धाराओं का समुचित प्रयोग करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम में मेवाड़ लाॅ इंस्टीट्यूट के शिक्षक डाॅ. अटल कुमार, विभागाध्यक्ष शिव शंकर मौर्य, संगीता धर, राकेश कुमार राय, अजित प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे। मूट कोर्ट का समन्वयन मोहम्मद आसिफ ने किया। मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने बताया कि मेवाड़ मूट कोर्ट के जरिये विधि के विद्यार्थियों को पारंगत करने में जुटा है। यह सिलसिला कई सालों से अनवरत जारी है।