मेवाड़ में गुरु गोविन्द सिंह जयंती एहतियात के साथ मनाई गई

महापुरुषों के आदर्श अपनाये बिना
देश नहीं बनेगा महान-डाॅ.गदिया
विद्यार्थियों ने शबद-कीर्तन, कविताओं व सम्भाषण के जरिये गुरु गोविन्द सिंह को किया याद
गाजियाबाद। ‘मात्र जयंतियां मना लेने भर से देश महान नहीं बनने वाला, जयंतियों से लोग जागरूक हों, सकारात्मक सोच के साथ महापुरुषों के आदर्शों को अपनाकर आगे बढ़ें, देश तब महान बनेगा।’ वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने मेवाड़ आडिटोरियम में आयोजित 354वें गुरु गोविन्द सिंह जयंती समारोह में ये विचार व्यक्त किए। मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के शिक्षण स्टाफ व कुछ चुनिंदा विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विश्व के इतिहास में गुरु गोविन्द सिंह जैसा महान बलिदानी पैदा नहीं हुआ। देश के लिए उन्होंने अपने पिता व बच्चों का बलिदान तक कर दिया। वह अन्याय के प्रति संघर्ष करते रहे मगर अपनी कौम की आन, बान और शान को नहीं छोड़ा। वह परिवार बलिदान हो जाने के बावजूद टूटा नहीं, बल्कि दुश्मनों का डटकर मुकाबला किया। उनका संघर्ष किसी एक समुदाय विशेष के साथ नहीं बल्कि अत्याचारियों के खिलाफ था। डाॅ. गदिया ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह समाज प्रवर्तक थे। सभी जातियों को एक सूत्र में पिरोकर उन्होंने खालसा पंथ बनाया। उनका मानना था कि हर परिवार का एक सदस्य सिक्ख जरूर बने। लेकिन उनकी यह परम्परा आगे तक न चल सकी। अगर उनकी सोच को हम लोग बल देते तो देश का नक्शा आज विश्व में अनूठा होता। समारोह में डीएलएड के विद्यार्थियों ने मूलमंत्र का पाठ किया। वर्षा एंड ग्रुप, जूही एंड ग्रुप के अलावा रिंकल शर्मा, स्वाति पाल, श्वेता आदि विद्यार्थियों ने शबद-कीर्तन, कविताओं, कहानी के जरिये गुरु गोविन्द सिंह के आदर्शों व जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल समेत तमाम शिक्षण व गैर शिक्षण स्टाफ मौजूद था। समारोह का सफल संचालन निधि सिंह ने किया।

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