गाजियाबाद। इस बार मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस आडिटोरियम में आयोजित दीवाली मिलन समारोह चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को समर्पित किया गया। सभी को मंच पर सम्मानित किया गया। समारोह में मेवाड़ परिवार के सदस्यों ने कविताओं, एकल व समूह नृत्य, चुटकुले, फैशन शो आदि कार्यक्रमों से चार चांद लगा दिए। अपने सम्बोधन में मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने दीवाली की सबको बधाई दी और कहा कि हम दीवाली धूमधाम से मनाएं लेकिन स्वच्छ भारत अभियान के तहत साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि अपना घर ही नहीं अपना आस-पड़ोस भी साफ-सुथरा रखना हमारी जिम्मेदारी है। महिलाओं व बुजुर्गों का ध्यान रखना भी हमारा नैतिक कर्तव्य है। हम कोशिश करें कि हमारी वजह से किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। उन्होंने शिक्षकों को कहा कि भगवान ने उन्हें दूसरों की जिंदगी बदलने का एक सुनहरा मौका दिया है। इसे हाथ से न जाने दें। देश व समाज के लिए नई पीढ़ी को अपनी जिम्मेदारियों के लिए तैयार करें। अज्ञानता से ज्ञान की ओर ले जाने का तरीका केवल शिक्षक के पास ही होता है। मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस के महासचिव अशोक कुमार सिंघल ने कहा कि दीवाली हमारा अपना पर्व है। यह हमें भाईचारा, प्रेम व अंधेरे को रोशनी से भरने की प्रेरणा देता है। हमें इन सभी बातों को संकल्प के रूप में अपनाना होगा। हमें अपने भीतर के रावण को कमजोर कर अपने अंदर बसे राम को शक्तिशाली बनाना होगा। रामायण हमें यही सीख देती है। मेवाड़ की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने सभी को दीवाली की शुभकामनाएं दीं और अभावग्रस्त लोगों की दीवाली पर मदद करने की सभी से अपील की। उनकी दीपावली पर लिखी कविता ने सबका मन मोह लिया। समारोह में एकल व समूह नृत्य, फैशन शो के अलावा चेतन आनंद की कविताओं ने खूब समां बांधा। समारोह का सफल संचालन डाॅ. ओंकारनाथ, असीम चैधरी व असलम सैफी ने संयुक्त रूप से किया। मेवाड़ परिवार के सभी सदस्य लक्ष्मी पूजन पर भी मौजूद रहे। सभी को दीपावली पर्व की मिठाई का वितरण किया गया।