‘विश्व के यंगेस्ट प्रोफेशनल’ सत्यम उपाध्याय से बातचीत

‘संगीत साधना ही सबसे बड़ा गुरुमंत्र’
मात्र 15 वर्ष के सत्यम उपाध्याय जिनको चार विश्व रिकॉर्ड संस्थाओं ‘गोल्डन बुक आफ वर्लड रिकार्ड’, ‘असिस्ट वल्र्ड रिकाड्र्स’, ‘वर्लड रिकाड्र्स इंडिया’, ‘चिल्ड्रन रिकार्ड आफ इंडिया’ द्वारा सत्यम को ‘यंगेस्ट प्रोफेशनल सिंगर आफ द वर्लड’ के खिताब से सम्मानित किया जा चुका है। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दर्जनों सम्मान व पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। खास बात यह है कि अब तक सत्यम के पांच ओरिजिनल सोंग संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बना चुके हैं। उनका पहला पंजाबी ओरिजिनल सांग ‘फेसबुक दा कीड़ा’ विश्व में अपनी धूम मचा रहा है। सत्यम का दूसरा पंजाबी ओरिजिनल सांग ‘तेनु नजर न लगे टच वुड नी’ पंजाब के युवाओं को लुभा रहा है। इसी के साथ मोदी जी की योजनाओं को लेकर गाया गया गीत ‘मोदी बने महान’ ने राष्ट्र में हलचल मचा दी है। यही नहीं उनकी एल्बम के दो सोंग ‘हासिल’ व ‘मेरा खुदा’ युवाओं के लिए प्रेरक गीत बनकर सामने आये हैं।

संगीत के भगवान प्यारेलाल जी से मिलना बना इतिहास
सत्यम का कहना है कि उनके जीवन के स्वर्णिम व अविस्मरणीय पल रहे जब संगीत के भगवान् प्रसिद्ध संगीतकार श्री प्यारेलाल राम प्रसाद शर्मा जी से मुंबई मिलने व आशीर्वाद प्राप्त करने का सुअवसर मिला। सत्यम ने बताया कि संगीत के भगवान् प्रसिद्ध संगीतकार श्री प्यारेलाल जी ने उनको अपना आशीर्वाद देते हुए कहा ‘ॐ में ही संगीत है, संगीत ही ॐ।’ उन्होंने कहा कि मैं यह आशीर्वाद देता हूँ कि तुम संगीत की साधना कर अपना लक्ष्य प्राप्त करो। ॐ लिखकर अपने हस्ताक्षर नहीं जैसे ईश्वर का वरदान ही सत्यम को प्राप्त हुआ है। लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल एक लोकप्रिय भारतीय संगीतकार की जोड़ी, लक्ष्मीकांत शांताराम कुदलकर और प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा से मिलकर बनी थी। उन्होंने १९६३ से १९९८ तक ६३५ हिंदी फिल्मों के लिए संगीत रचना की और सभी उल्लेखनीय फिल्म निर्माताओं के लिए काम किया जिसमें राज कपूर, देव आनंद, बी. आर. चोपड़ा, शक्ति सामंत, मनमोहन देसाई, यश चोपड़ा, सुभाष घई और मनोज कुमार, ऐसे सरस्वती के पुत्र श्री प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा से आशीर्वाद प्राप्त कर सत्यम बहुत प्रसन्नचित हैं व अपने आपको भाग्यशाली मानते हैं।

हुनर इंडिया के मोटिवेटर और निर्णायक सत्यम
नेशनल ह्यूमन वेलफेयर काउन्सिल द्वारा सम्पूर्ण भारत के सरकारी व गैर-सरकारी स्कूल के लिए स्किल इंडिया के अंतर्गत सम्पूर्ण राष्ट्र में चलाई जा रही ‘हुनर इंडिया’ स्कीम में नाम दर्ज करवा रहे लाखों बच्चों के लिए बन रहे हैं प्रेरणास्रोत। सत्यम ‘हुनर इंडिया’ कार्यक्रम में निर्णायक व मोटिवेटर की भूमिका में हैं। सत्यम राष्ट्र में चल रहे ऑडिशन के हुनरबाजों का हौसला बढ़ा रहे हैं। सत्यम ने कहा कि हर बच्चा यूनिक है। वह अपनी प्रतिभा को पहचानें और आगे बढं़े। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ‘स्किल इंडिया’ मुहिम के विजन को आगे बढ़ाते हुए नेशनल ह्यूमन वेलफेयर कॉउन्सिल ने हुनर इंडिया के माध्यम से देश के कोने-कोने से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चों को अपना हुनर दिखाने का सुअवसर प्रदान किया है। इस महती कार्यक्रम में ‘आओ संकल्प लें’ संस्था के साथ-साथ कई सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं ने अपना सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया है। नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे सत्यम मात्र 15 वर्ष के हैं। दूरदर्शन में कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि सरकार की स्किल इंडिया स्कीम से बच्चे अपने सपने पूरे कर पायेंगे। माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों की स्किल को पहचानें और उसको आगे तराशने में उनका साथ दें। सत्यम भी इसी स्किल इंडिया मुहिम के तहत अपनी स्किल सिंगिंग को तराशने का कार्य कर रहे हैं व अपनी मेहनत और लगन से देश का नाम विश्वस्तर पर रोशन कर रहे हैं।

कहां नहीं छाये सत्यम
अभी हाल ही में अगस्त माह में सिम्बायोसिस कॉलेज नोएडा में आयोजित की गई एकल गायन प्रतियोगिता में सत्यम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिसमें दिल्ली एनसीआर से लगभग 31 स्कूलों ने भाग लिया था। गत 18 अगस्त को गच्छ अधिपति वचन सिद्ध मोनी बाबा गुरुदेव श्री प्रकाश चंद जी महाराज एवं शेर ए हिंद गुरुदेव श्री सुंदर मुनि जी महाराज ठाणे 4 की पावन उपस्थिति में गोहाना के टीपीएस पब्लिक स्कूल में आयोजित एक समारोह में श्वेतांबर जैन समाज एवं आर्य वज्र स्वाध्याय संघ द्वारा सत्यम उपाध्याय को सम्मानित किया। उन्होंने सत्यम के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। जून 2019 को गुजरात में इफको कंपनी द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में सत्यम ने गायन व नाट्य कला में बेहतरीन परफॉरमेंस दी और प्रथम स्थान प्राप्त किया। इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदयशंकर अवस्थी व श्रीमती रेखा अवस्थी ने अपने कर कमलों से सत्यम को सम्मानित किया। 29 जून 2019 को फिल्म सिटी मुम्बई में नीना खन्ना व कैबिनेट मंत्री श्री महादेवराव जी जानकर के करकमलों से सत्यम उपाध्याय को गायन के क्षेत्र में ‘नेशन्स प्राइड अवार्ड 2019’ से सम्मानित किया गया। इससे पूर्व सर्वप्रथम, यू.एस. बेस ‘गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकाड्र्स’ नामक संस्था द्वारा अपनी एक नयी श्रेणी ‘यंगेस्ट प्रोफेशनल सिंगर’ के अंतर्गत गायन में विश्व रिकार्ड बनाने पर प्रमाण-पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया था। 10 जुलाई 2019 नेशनल ह्यूमन वेलफेयर कॉउन्सिल, कोयो लोक कल्याण व आओ संकल्प लें संस्था की ओर से दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के सभागार में भारतश्री सम्मान समारोह के अवसर पर महाराष्ट्र के कैबिनेट मिनिस्टर श्री महादेवराव जी जानकर, मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित श्री प्रताप चंद्र सारंगी कैबिनेट मिनिस्टर व अति विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए श्री पवन जिंदल नार्थ इंडिया हैड राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, श्री रमेश बेस पूर्व सांसद, गुरु मां अनुपमा खन्ना, श्री गुँजन मेहता अध्यक्ष नेशनल ह्यूमन वेलफेयर काउन्सिल द्वारा द्वितीय भारत श्री अवार्ड 2019 के अवसर पर सत्यम को कला के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने व भारत का नाम रोशन करने के लिए ‘कोयो लोक कल्याण समिति’ के अध्यक्ष श्री के .के गाँधी ,उपाध्यक्ष श्री राहुल ने नकद राशि देकर पुरस्कृत किया। 2018 में इफको द्वारा मनाई गई स्वर्ण जयंती के अवसर पर पारादीप इकाई, उड़ीसा व कलोल इकाई, गुजरात में गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन में ‘हिंदी फिल्मों के गोल्डन ऐरा’ के गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सत्यम का आत्मविश्वास व सुरों को सुनकर हजारों की संख्या में मौजूद दर्शकों की तालियों से माहौल गूंज उठता है। सत्यम ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि यदि मन में उमंग, उत्साह और दृढ़ संकल्प हो तो सभी कार्य व मनोकामनाएं सिद्ध हो सकती हैं।

माता-पिता के अलावा बड़े भाई हैं प्रेरणापुंज
सत्यम अपनी सफलता का श्रेय अपनी माँ डॉ. सविता उपाध्याय व अपने पिता श्री नरेन्द्र कुमार उपाध्याय के साथ ही अपने बड़े भाई शुभम उपाध्याय को देते हैं। जिनकी प्रेरणा व मार्गदर्शन से वे अपनी मंजिल की ओर अग्रसर हो रहे हैं। सत्यम अपनी पूरी लगन व मेहनत से कई घंटे रियाज करते हैं। सत्यम अपने बड़े भाई शुभम उपाध्याय, जोकि सॉफ्टवेर इंजीनियर हैं व बंग्लुरु में जॉब करते हैं, उनको समय पाबंदी के लिए अपना आदर्श मानते हैं तथा उनकी सलाह से कार्य कर प्रसन्न रहते हैं। सत्यम की न केवल संगीत बल्कि पढाई, खेल-कूद व नाटक आदि में भी रुचि है। वह अपने विद्यालय डी.ए.वी पब्लिक स्कूल सेक्टर 14 गुरुग्राम में भी कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अव्वल रहे हैं। दूरदर्शन के कई प्रोग्राम जैसे सतरंगा बचपन, किड्ज आईलैंड, मेरी बात आदि में अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। इसके अतिरिक्त आल इंडिया एफ.एम रेनबो, एफ.एम रेडियो मानव रचना में सत्यम उपाध्याय के इंटरव्यू का प्रसारण किया जा चुका है। सत्यम को बालपन से ही संगीत से लगाव है। वह वाद्ययंत्र बजाने की शिक्षा के साथ-साथ गायन की शिक्षा भी 6 वर्ष की उम्र से ले रहे हैं। देश का परचम पूरे विश्व मे फहराने वाले गुरुग्राम निवासी सत्यम उपाध्याय अपनी कई परफारमेंस राष्ट्रीय स्तर पर दे चुके हैं उनका सपना एक सफल प्लेबैक सिंगर बनना है।

प्रस्तुति-डाॅ. चेतन आनंद

News Reporter

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