किसी भी राष्ट्र की प्रगति उसके स्वस्थ नागरिक पर निर्भर करती है-उपासना
लखनऊ। गोमतीनगर स्थित कॉन्फिडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के सभागार में उपासना अरोड़ा ने चिकित्सा क्षेत्र में नवीन तकनीकी एवं अनुसंधान विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। मौका था उत्तर प्रदेश हेल्थ केयर सम्मिट 2019, जिसका आयोजन सीआईआई एवं अन्य चिकित्सा क्षेत्र के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ मिलकर किया गया। 2018 में प्रारंभ हुई इस कार्यशाला का यह दूसरा सम्मेलन था। बता दें कि स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र आज के समय में सरकार एवं निजी क्षेत्र के लिए पूंजी एवं रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी है। चिकित्सा स्वास्थ्य क्षेत्र ने हॉस्पिटल, मेडिकल डिवाइस बनाने वाली कंपनियां, चिकित्सा क्षेत्र में अनुसंधान में जुटी कंपनियां एवं क्लिनिकल ट्रायल्स करने वाली कंपनियां, टेलीमेडिसिन, हेल्थ इंश्योरेंस एवं मेडिकल इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियां प्रमुख हैं। भारतीय चिकित्सा क्षेत्र की कंपनियां एवं संस्थान तेजी से अग्रसर हो रहे हैं। सरकार एवं निजी कंपनियों द्वारा चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निरंतर किए जा रहे हैं। निवेश के कारण इस क्षेत्र में काफी तेजी देखी गई है। इसी क्रम में सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया कराना और उचित दरों पर गुणवत्ता पूर्व चिकित्सा सेवा प्रदान करने हेतु इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद की निदेशिका उपासना अरोड़ा को विशेष रूप से इस कार्यशाला के लिए लखनऊ आमंत्रित किया गया। उन्होंने इस कार्यशाला में पैनलिस्ट के तौर पर भाग लिया। उपासना अरोड़ा को भारतवर्ष में चिकित्सा क्षेत्र की क्वालिटी गुणवत्ता विषय पर एक विशिष्ट जानकार के रूप में पहचाना जाता है। उपासना अरोड़ा ने चिकित्सा क्षेत्र में नवीन तकनीकी एवं अनुसंधान विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति उसके स्वस्थ नागरिक पर निर्भर करती है। देश का नागरिक रोगमुक्त रहे, स्वस्थ रहे, उसे पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं मिलें, इसके लिए सरकार एवं निजी क्षेत्र की ओर से अनेक कदम उठाए जाते हैं, जिनमें नई तकनीकी एवं अनुसंधान के माध्यम से चिकित्सा सेवाओं को किफायती दरों पर उपलब्ध कराना एक मुख्य केंद्र बिंदु रहता है। उन्होंने कार्यशाला में आए हुए सभी उद्यमियों एवं चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी हुई हस्तियों को इस विषय पर जोर देते हुए किफायती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाओं को उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर सबका ध्यान आकृष्ट किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह एवं मुख्य सचिव अनूप चद्र पांडेय विशेष रूप से मौजूद थे।