यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं पायल फाउंडेशन ने मिलकर विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया
लोग कल की बजाय आज ही तम्बाकू एवं सिगरेट छोड़ें
गाजियाबाद। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर एक जागरूकता व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की निदेशक उपास़ना अरोड़ा ने दीप जलाकर किया। अपने सम्बोधन में उपासना अरोड़ा ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस को मनाने के साथ ही आम लोगों को तम्बाकू की लत छोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोग कल की बजाय आज ही तम्बाकू एवं सिगरेट छोड़ें। इस तरह के कार्यक्रम तभी सफल हैं जब लोग जागरूक हों और तम्बाकू एवं तम्बाकू से बने पदार्थों को छोड़ने का प्रण लें। कार्यक्रम में आसपास की कॉलोनियों के 50 से भी ज्यादा लोगों ने भाग लिया। स्वागत भाषण महाप्रबंधक डॉ. सुनील डागर ने दिया। मुख्य वक्ता श्री आनंद साहू बोर्ड मेंबर, मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस एंड लेबर, भारत सरकार ने कार्यक्रम के आयोजन पर सभी को बधाई दी। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक यादव ने तम्बाकू सेवन से बढ़ती हुई बीमारियों एवं उनके आंकड़ों पर चर्चा की। डॉ यादव ने कहा कि बीड़ी-सिगरेट से 3 गुना ज्यादा खतरनाक होती है। सिगरेट बीड़ी पीते समय उसके धुएं से टार बनता है जो हमारे फेफड़ों को खराब कर देता है। डॉ अनमोल अग्रवाल, कंसलटेंट मैक्सिलोफासिएल सर्जरी एवं डेंटिस्ट्री, यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने तम्बाकू की वजह से होने वाले मुख एवं दन्त कैंसर के बारे में लोगों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि सिगरेट से साथ वाले को तो कम नुकसान होता है पर पीने वाले को सामान्य सिगरेट से भी ज्यादा नुकसान होता है, क्योकि यह कंसन्ट्रेटेड फॉर्म में होता है। आरएचपीसीएल के रीजनल मैनेजर नार्थ जोन कमलेश ने भी लोगों को सम्बोधित किया। गली पाठशाला अकादमी द्वारा एक नाट्य रूपांतर (स्किट) “अभी नहीं तो कभी नहीं ” का प्रस्तुतीकरण किया गया। पायल स्वामी, फाउंडर पायल फाउंडेशन ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया। व्याख्यान में आये सभी लोगों ने प्रण लिया कि वह तम्बाकू एवं उससे बनी किसी भी चीज का प्रयोग नहीं करेंगे और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकेंगे, हर एक व्यक्ति ने एक व्यक्ति को तम्बाकू छुड़वाने का प्रण लिया।