गाजियाबाद। इंम्पीरियल सोसायटी आफ इनोवेटिव इंजीनियर्स (आईएसआईई) पिछले छह वर्षों से इलेक्ट्रिक सोलर व्हीकल चैलेन्ज प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य ग्रीन एनर्जी टेक्नोलाॅजी और इको फ्रेंडली टेक्नोलोजी को बढ़ावा देना है। भारत सरकार ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक सोलर मोबिलिटी मिशन प्लान 2020 तक 6.70 मिलियन हाईब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री का लक्ष्य तय किया है। जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा स्रोतों पर हमारी निर्भरता को कम करने की आवश्यकता को देखते हुए और अक्षय ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर के उपयोग में बढ़ोत्तरी इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में वास्तव में इस समय की आवश्यकता के अनुरूप है। एबीईएस-इंजीनियरिंग कालेज ने प्रतियोगिता में पाॅंचवां स्थान तथा उत्तर भारत में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगियता में 82 टीमों ने भाग लिया, जिसमें से 65 टीमें फाइनल तक पहुंची। एबीईएस टीम ने बी. प्लान एंड काॅस्ट अवार्ड भी अपने नाम किया। बी. प्लान एंड काॅस्ट अवार्ड जीतने के लिए छात्रों द्वारा निर्मित वाहन को मेक इन इंडिया के अन्तर्गत (बिना बैट्री के प्रयोग से) निर्माण करने का ब्यौरा प्रदान किया। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डा. राजेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि यह हमारे पिछले लगाातार छह माह की कठिन मेहनत का परिणाम है। इस प्रतियोगिता में 40 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिससे विभाग के दो आचार्य डा. पिकेश बंसल और सहआचार्य प्रदीप शर्मा ने मार्गदर्शन किया।