मेवाड़ में राष्ट्रीय सुरक्षा पर नेशनल सेमिनार आयोजित
सेना के जांबाज़ अधिकारियों को अपने बीच पाकर उत्साहित हुए विद्यार्थी
भारत माता की जय व वंदे मातरम के जयघोष से आडिटोरियम गूंजा
गाजियाबाद। सेना के जांबाज रिटायर्ड अधिकारियों को अपने बीच पाकर मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थी उत्साहित हो उठे। भारत माता की जय और वंदेमातरम के उद्घोष के साथ पूरा आडिटोरियम गूंज उठा। ये सेना के अधिकारी मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस में राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे पर आयोजित नेशनल सेमिनार में भाग लेने आये थे। सेना के अधिकारियों ने कहा कि वर्ष 1947 के बाद से भारत आज तक पाकिस्तान के साथ युद्ध की स्थिति में है। पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक बहुत जरूरी थी। भारत सरकार ने यह कठोर निर्णय लेकर सेना का मनोबल बढ़ाया है, साथ ही पाकिस्तान के बढ़ते आतंकी हमलों पर रोक लगाने का सार्थक प्रयास भी किया है। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की टीम का अह्म हिस्सा रहे परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित लेफ्टिनेंट जनरल डाॅ. निरंजन सिंह मलिक ने कहा कि विद्यार्थी काॅलेज से बाहर आने के बाद अपना अगला कदम देश के नाम कर दें। वे देश के लिए जियें और देश के लिए ही कुर्बान होने का संकल्प लें। कुमाऊं व नागा रेजीमेंट में रहे मेजर जनरल संजय सोई ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद केन्द्र सरकार ने ठोस निर्णय लेकर देशभर में जगह-जगह होने वाले आतंकी हमलों पर रोक लगाई है। इससे सेना का मनोबल बढ़ा है। मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि हम भी बिना वर्दी के सैनिक हैं। विद्यार्थी अपना करियर ऐसा बनायंे कि उनके शिक्षकों को उनपर गर्व हो। हम अपना विकास करें लेकिन थोड़ा देश के लिए भी सोचें। आज बेटों का फर्ज है कि भारत माता की अस्मिता की रक्षा के लिए हम मोंमबत्ती के बजाय देश में अलख जगाने का काम करें। इससे पूर्व डाॅ. गदिया व मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने लेफ्टिनेंट जनरल डाॅ. मलिक, मेजर जनरल संजय सोई व टीसीआईएल के सलाहकार पी. रामगोपाल को मेवाड़ की ओर से शाॅल व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। चिराग, तुबा जुनैद व शीतू सिंघल ने देशभक्ति के गीत गाकर माहौल को देशभक्तिमय बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई। नेशनल सेमिनार का सफल संचालन सुमेधा गंजू ने किया।