कौशाम्बी। एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर आफ इंडिया यानी एचपीआई की छठी वार्षिक कार्यशाला का आयोजन कौशांबी स्थित स्थानीय होटल रेडिसन ब्लू में किया जा रहा है। इस कार्यशाला की विधिवत शुरुआत से पहले एचपीआई ने 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले में शहीद 37 जवानों को श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखा। कार्यशाला में देश के 200 से भी ज्यादा सभी बड़े अस्पतालों के हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर, वरिष्ठ प्रबंधक एवं डॉक्टरों ने भाग लिया। एचपीआई के यूपी एवं दिल्ली-एनसीआर के प्रेसिडेंट डॉ पीएन अरोड़ा ने पेशेंट सेफ्टी (मरीजों की सुरक्षा) एवं हेल्थ केयर के क्षेत्र में क्वालिटी (गुणवत्ता) पर जोर देते हुए कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं भारत के सभी नागरिकों के लिए सुचारू एवं सरलतम रूप से उपलब्ध होनी चाहिएं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों का भारत के सुदूर प्रदेशों से कार्यशाला में भाग लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला में भारत के चिकित्सा क्षेत्र में आने वाले बदलावों, चुनौतियों एवं भविष्य के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इसमें डॉ. देवी शेट्टी, डॉक्टर वाईपी भाटिया, डॉक्टर जीएस ठाकुर, उमेश गुप्ता, डॉक्टर अग्रवाल, डॉक्टर जेएल मीणा, डॉ. विजय अग्रवाल, डॉ. राजीव सेठ आदि डॉक्टरों ने भाग लिया। कार्यशाला में आयुष्मान भारत एवं संचारी रोगों की रोकथाम के बारे में भी चर्चा हुई। इस कार्यशाला में चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे संस्थानों को अवार्ड भी दिया जाएगा। कार्यशाला 16 फरवरी तक चलेगी।