गाजियाबाद। कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में फिदायीन हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 38 जवानों की मौत से सभी सन्न हैं। पूरे देश के साथ वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस का प्रबंधन तंत्र व स्टाफ भी करूणा और आक्रोश में है। शहीद सैनिकों की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए मेवाड़ परिवार के सभी सदस्यों ने सुबह एसेम्बली में शोक सभा कर शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा। शोक सभा में मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सेना पर अब तक सबसे बड़ा हमला हुआ है। यह कायरतापूर्ण हमला पूरे देश पर हमला है। भारत सरकार पर हमला है। पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने का वक्त आ गया है। सेना को खुली छूट देकर प्रधानमंत्री मोदी जी ने सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने सुझाव दिया कि कश्मीर को बदहाली से निकालने के लिए वहां के नौजवानों को कश्मीर से बाहर लाकर शिक्षित करने की आवश्यकता है। कुछ आतंकवादी संगठन व राजनेताओं की हरकतों की वजह से कश्मीर की पूरी अवाम कष्ट झेल रही है। शोकसभा में मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल समेत तमाम शिक्षण व प्रशासनिक स्टाफ मौजूद था। सभी ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद सैनिकों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।