गाजियाबाद। सकारात्मक विचारों के जरिये कैसे सफलता की सीढ़ियों तक पहुंचा जा सकता है, इसे एक कार्यशाला में विशेषज्ञों ने विभिन्न वैज्ञानिक तकनीक के जरिये विद्यार्थियों को समझाया। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस ने ओम शांति रिट्रीट सेंटर गुरुगांव की मदद से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। विषय विशेषज्ञा बीके येशु ने ‘पाथवे आॅफ सक्सेस’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में विद्यार्थियों को स्वयं को पहचानने के लिए विभिन्न ध्यान मुद्राओं का ज्ञान कराया। उन्हें विभिन्न मुद्राओं की वैज्ञानिक विधियों के जरिये नकारात्मक विचारों को दिलो दिमाग से बाहर निकाल फेंकने की तरकीबें बताईं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि रोजाना जो कुछ भी आप करें, ध्यान लगाने के बाद उनपर विचार करें। अपने पर केन्द्रित हों। आप सोचें कि आज आपने क्या सकारात्मक कार्य किया। क्या सकारात्मक विचार आपके जेहन में आये। आप जब इन बातों व विचारों को जानने लगेंगे तो पाएंगे कि आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा का अर्जन हो रहा है। आपके भीतर एक ठहराव आ रहा है। आप निश्चिन्तता की ओर बढ़ने लगे हैं। बस यही जीवन को स्थिर करने का ठोस उपाय है, जो आपको हमेशा सफलता की सीढ़ियों तक पहुंचाएगा। दूसरे वक्ता अमित विश्नाई ने जीवन को खुशहाल बनाने और निरंतर सफलता पाने के रास्ते समझाये। मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए करियर सम्बंधी कार्यशालाओं का आयोजन मेवाड़ विशेष रूप से करता आया है। विद्यार्थियों का सर्वागींण विकास करना ही हमारा मकसद है। सफल संचालन अनु मेहरा ने किया। दोनों विशेषज्ञों को शाॅल भेंटकर सम्मानित किया गया।