मेवाड़ में ‘जेनरिक दवाइयों का अर्थशास्त्र’ विषय पर विचार संगोष्ठी आयोजित
-भारत विदेशों को भारी मात्रा में बेच रही है जेनरिक दवाइयां’
गाजियाबाद। अब हर नागरिक की मेडिकल हिस्ट्री उसके आधार कार्ड से लिंक होगी। केन्द्र सरकार जल्द ही इस प्रकार की व्यवस्था करने जा रही है। भारतीयों को अपनी मेडिकल हिस्ट्री के भारी भरकम कागजात साथ नहीं ढोने पड़ेंगे। कोई भी डाॅक्टर मरीज के आधार कार्ड से ही उसकी मेडिकल हिस्ट्री का आसानी से पता लगा सकता है।
मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में आयोजित मासिक विचार संगोष्ठी में आये वक्ताओं ने यह जानकारी दी। विचार संगोष्ठी का विषय ‘जेनरिक दवाइयों का अर्थशास्त्र’ था। स्वस्थ भारत न्यास के चेयरमैन आशुतोष कुमार सिंह ने लोगों को बताया कि पेटेंट फ्री दवाएं जेनरिक दवाएं होती हैं। सरकार ने पूरे देश में कुल 4600 जन औषधि केन्द्र खोले हुए हैं। लोग वहां से दवाइयां खरीदकर अपने बजट को बिगड़ने से बचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उनके न्यास ने जेनरिक दवाइयों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए पूर्व में 21 हजार किलोमीटर की यात्रा की थी। अब दूसरे चरण में 25 हजार किलोमीटर की जागरूकता यात्रा पूरे देश में जल्द ही शुरू की जा रही है। स्वस्थ भारत अभियान के सह-संयोजक दीपक प्रज्ञ ने बताया कि भारत पूरे विश्व को सालभर में 17.33 बिलियन डाॅलर की जेनरिक दवाएं एक्सपोर्ट करता है। 50 प्रतिशत वैक्सीन विदेशों में भारत भेजता है। यूएस में भारत 40 प्रतिशत जेनरिक दवाइयां निर्यात करता है। यूके में 25 प्रतिशत सप्लाई दी जाती है। घातक बीमारी एड्स की 80 प्रतिशत जेनरिक दवाइयां विश्व में भेजी जा रही हैं। ऐसे में हम ब्रांडेड दवाइयों को खरीद रहे हैं। उन्हांेंने कहा कि भारतीय साॅल्ट के आधार पर जेनरिक दवाइयां खरीदें। ये दवाएं सस्ती ही नहीं असरकारक भी हैं।
मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि विदेशी कंपनियां भारत की सस्ती दवाओं को पेटेंट करवाकर महंगे दामों पर भारत में बेच रही हैं। जिसका सीधा असर भारतीयों पर पड़ता है। कुछ डाॅक्टर्स दवाइयों की आड़ में काली कमाई करने में लगे हुए हैं। गरीब जनता को लूटने का काला कारोबार हो रहा है। जनता को इससे जागरूक होकर बचना होगा। हर मेडिकल स्टोर पर जेनरिक दवा होती है। लोग मेडिकल स्टोर से साल्ट के आधार पर जेनरिक दवाएं खरीदें। विचार संगोष्ठी में मेवाड़ की ओर से चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने आशुतोष कुमार सिंह को शाॅल व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। स्वस्थ भारत न्यास की ओर से डाॅ. गदिया व मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल को जेनरिक दवाइयां, पटका व स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। संगोष्ठी में मेवाड़ परिवार के सदस्य व विद्यार्थी मौजूद थे। सफल संचालन अमित पाराशर ने किया।