सफल वकील बनने के बाद करना गरीब वादकारियों की मदद-प्रो. कानूनगो
मेवाड़ में संविधान दिवस समारोहपूर्वक आयोजित
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में मेवाड़ लाॅ इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित संविधान दिवस समारोह में गुजरात विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कानूनगो ने कहा कि जो विद्यार्थी भविष्य में वकील बनेंगे वे अभिव्यक्ति की आजादी की सीमा में रहकर गरीब-मजलूम लोगों की कानूनी मदद करें। वकील की जिम्मेदारी बहुत बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी होती है। इसे समाज की भलाई के लिए इस्तेमाल करें।  समारोह में कानून की पढ़ाई कर रहे शैलेष, वैभव, दिव्यांश, शुभम, आरुषी आदि विद्यार्थियों ने पति का पत्नी पर एकाधिकार नहीं विषय पर तर्कसम्मत सम्भाषण दिया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर आधारित नुक्कड़ नाटक ने सबका मन मोहा। कोकब चैधरी, अरूंधती बनर्जी, दृष्टि, समीर, शाहरुख, सोनाली, कंचन आदि विद्यार्थियों का अभिनय खूब पसंद किया गया। मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर कानूनगो को स्मृति चिह्न व शाॅल भेंटकर सम्मानित किया। डा. गदिया ने इस मौके पर बताया कि मेवाड़ लाॅ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थी समय-समय पर मुफ्त कानूनी शिविर का आयोजन करते हैं। तिहाड़ जेल में बराबर शिविर लगाकर कैदियों को न्याय दिलाने की मुहिम चलायी जा रही है। इस अवसर पर मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल समेत विधि विभाग के विद्यार्थी काफी संख्या में मौजूद थे। 
News Reporter

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