150 बच्चों ने पोस्टरों में दर्शाये दुनिया के 40 बड़े केस
तलाक, तीन तलाक और इच्छामृत्यु केस ने जीते पुरस्कार
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ लाॅ इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित केस एनालिसिस काॅम्पटीशन में शामिल किये गये पोस्टरों में से चर्चित समेर घोष बनाम जया घोष केस के पोस्टर को प्रथम घोषित किया गया। दूसरे नंबर पर तीन तलाक केस और तीसरे नंबर पर इच्छामृत्यु केस का पोस्टर रहा। काॅम्पटीशन में प्रदर्शित किये गये 40 पोस्टरों को 150 विद्यार्थियों की 40 टीमों ने बड़ी मेहनत से तर्कसम्मत आधार पर बनाया और प्रदर्शित किया। 40 में से तीन पोस्टरों को कानून विशेषज्ञ डाॅ. आरपी उपाध्याय ने श्रेष्ठ घोषित किया। सभी विजेताओं को मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया व निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने प्रमाण पत्र व ट्राॅफी प्रदान कीं। अपने उद्बोधन में डाॅ. गदिया ने सभी पोस्टरों की तारीफ की और कहा कि विद्यार्थियों ने देश-विदेश में चर्चित 40 केस पर पोस्टर बनाकर अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय दिया है। उनका संस्थान अपने विद्यार्थियों को समय-समय पर अपनी प्रतिभा उजागर करने के लिए एक सार्थक मंच देने के लिए प्रयासरत है। निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने बताया कि 40 में से जेसिका लाल मर्डर केस, समेर घोष बनाम जया घोष केस, अरूणा रामचंद्र का इच्छामृत्यु केस, एडीएम जबलपुर बनाम शिवाकांत शुक्ला केस, केशवानंद भारती बनाम केरल सरकार केस, जोसफ शाइन बनाम भारत सरकार केस, अमरदीप सिंह बनाम हरवीन कौर केस, हिन्दू विधि से तलाक का केस, तीन तलाक केस आदि के पोस्टर अधिक आकर्षक व महत्वूपर्ण दिखाई दिये। पहला पुरस्कार पाने वाली टीम में विद्यार्थी अनु व अंजलि, दूसरा पुरस्कार पाने वाली टीम में बुशरा व कमालुद्दीन एवं तीसरा पुरस्कार पाने वाली टीम में ईशानी, स्वाति व अंशुल शामिल रहे।