नमक छोड़ने मात्र से नहीं खत्म होती उच्च रक्तचाप की बीमारी

गाजियाबाद। एक हेल्थ टॉक में यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर सुमंतो चैटर्जी एवं वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर असित खन्ना ने लोगों को उच्च रक्तचाप से होने वाली परेशानियों एवं दिमाग के दौरे ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के तरीके एवं जागरूकता व्याख्यान दिया। व्याख्यान का उद्घाटन यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ पीएन अरोरा ने किया। डॉक्टर सुमंतो चटर्जी ने बताया उच्च रक्तचाप की बीमारी बहुत ही घातक सिद्ध हो सकती है। अतः अपना रक्तचाप नियमित रुप से जांच कराते रहना चाहिए। 45 वर्ष की उम्र के बाद रक्तचाप पर विशेष नजर रखने की आवश्यकता होती है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा रक्तचाप काफी ऊपर नीचे होता रहता है तथा लोगों को कई प्रकार की भ्रांतियां रहती हैं कि उनको रक्तचाप की बीमारी है या नहीं। उन्होंने बताया कि इसका सही निर्णय एक नई पद्धति से ब्लड प्रेशर की चेकिंग करके पता लगाया जाता है, जिसे एम्बुलेटरी ब्लड प्रेशर चेकिंग कहते हैं। डॉक्टर असित खन्ना ने बताया कि हमारे लोगों के बीच में एक बहुत बड़ी भ्रांति यह है कि नमक छोड़ने से हमारा ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि हम नमक खाना छोड़ दें और साथ में उचित चिकित्सकीय परामर्श के साथ ब्लड प्रेशर की दवा न लें तो यह हमारे लिए घातक हो सकता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं किया जा सकता।

News Reporter

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