भारतीय संस्कृति, शिक्षा व उद्योगों की जानकारी लेंगे
नोएडा। एमिटी विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एमिटी इंडिया इर्मशन प्रोग्राम नामक दो सप्ताह का कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें हिस्सा लेने के लिए यूके के विश्वविद्यालयों के 14 विद्यार्थी पहुंचे हैं। यूके के बु्रनुएल विश्वविद्यालय, साउथ हैंपटन सोलेंट विश्वविद्यालय एवं केंट विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठयक्रमों के 14 विद्यार्थी व एक शिक्षक 07 सितंबर 2018 तक चलने वाले इस दो सप्ताह के कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान शिक्षा पद्धति, शिक्षा के अवसर, भारतीय विधि पद्धति, भारत की विदेश नीति व अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारत में टूर एंड ट्रैवल्स सहित भारतीय संस्कृति व सभ्यता और उद्योगों के संदर्भ में जानकारी हासिल करेंगे। इस कार्यक्रम का शुभारंभ यूके के बु्रनएल विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग की बलबीर कौर, एमिटी साइंस टेक्नोलाॅजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष डाॅ. डब्लू सेल्वामूर्ति एवं एमिटी विश्वविद्यालय के ग्रुप वाइस चांसलर डाॅ. गुरिंदर सिंह ने किया।
एमिटी इंडिया इमर्शन प्रोग्राम के दो साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों को भारतीय संसद सहित कई उद्योगों, कंपनियों में भ्रमण का मौका मिलेगा। जहां वे भारतीय संसद एवं हमारे उद्योगों की कार्यप्रणाली को समझ सकेंगे। व्याख्यान सत्रों का आयोजन करके विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा मिलने एवं जानकारी प्राप्त करने का मौका भी प्रदान किया जायेगा। एक विशेष व्याख्यान योग एवं अध्यात्म पर भी होगा। अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का दिल्ली-एनसीआर सहित आगरा एवं जयपुर की ऐतिहासिक धरोहर भी दिखाई जायेंगी। इसके अतिरिक्त एमिटी विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं, एमिटी स्कूल कम्यूनिकेशन के स्टूडियो सहित पाठ्यक्रमों की जानकारी भी प्रदान की जायेगी।
यूके के बु्रनएल विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग की बलबीर कौर ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप एमिटी की अतिथि सेवा का आनंद लें और बातचीत के जरिए यहां की संस्कृति को समझें। अपनी संस्कृति समझायें। अंतर्सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों सहित दोनों देशों के छात्रों को अवश्य लाभ प्राप्त होगा। शिक्षा वैश्विक स्तर पर बढ़ रही हैं, सीमायें समाप्त हो रही हैं। ऐसे में आपसी संस्कृति को समझने हेतु एक देश के विश्वविद्यालय का दूसरे देश के विश्वविद्यालयों के छात्रों से मिलना आवश्यक हो गया है। एमिटी साइंस टेक्नोलाॅजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन के अध्यक्ष डाॅ. डब्लू सेल्वामूर्ति ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपनी एमिटी यात्रा के दौरान आपसी संबद्धता, तालमेल, जुड़ाव को विकसित करें। हम एमिटी में वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत को मानते हैं, जिसमें संपूर्ण विश्व को एक परिवार का हिस्सा समझा जाता है। हम छात्रों को वैश्विक नागरिक बनाते हैं, जो विश्व में प्रसन्नता, सहृदयता एवं स्वास्थ्य को विकसित करें। डा सेल्वामूर्ति ने कहा कि आप सदैव स्वयं प्रसन्नतचित रहें और औरों को प्रसन्न रखने का प्रयास करें।
एमिटी विश्वविद्यालय के ग्रुप वाइस चांसलर डॉ गुरिंदर सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को कहा कि इस दो सप्ताह के कार्यक्रम में आपको न केवल एमिटी विश्वविद्यालय में संचालित किये जा रहे पाठयक्रमों बल्कि भारतीय संस्कृति, खान-पान, अतिथि सेवा एवं उद्योगों से परिचय करवाया जायेगा, जिससे उन्हें भारतीय पद्धति के व्यवसाय के तरीकों को समझने में आसानी होगी। डाॅ. सिंह ने कहा कि जीवन में आप स्वयं को प्रोत्साहित कर सकते हैं, कोई अन्य नहीं। जीवन में सफल होने के लिए अनुशासन आवश्यक है। हमेशा व्यापक दृष्टिकोण के साथ सकारात्मक बनें। उन्होंने छात्रों के सुखद भविष्य की कामना भी की।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय छात्र सिबेस्टियन जाॅन ग्रेव्स जो साउथ हैंपटन सोलेंट विश्वविद्यालय में विधि के छात्र हैं, ने एमिटी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे भारतीय संपन्न संस्कृति से काफी प्रभावित हैं और वे भारतीय कानून के निर्माण और उद्योगों में कानून का अनुपालन कर जानकारी प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों के निदेशक जैसे एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ ट्रैवेल टूरिज्म के निदेशक डाॅ. एम सजनानी, एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा की एडिशनल डायरेक्टर डाॅ. शैफाली रायजादा आदि भी उपस्थित थे।