मेवाड़ में ‘ध्यान-हर समस्या का समाधान’ विषय पर विचार संगोष्ठी आयोजित
रोजाना 15 मिनट के ध्यान से हर समस्या का होता है समाधान- डाॅ. गदिया
गाजियाबाद। योग भारती आश्रम ट्रस्ट ऋषिकेश की मुख्य योग गुरु डाॅ. सरोज सिरोही ने कहा कि निरंतर ध्यान लगाने से जीवन की हर समस्या का समाधान होता है। याददाश्त बढ़ती है और मन के विकारों के अलावा मस्तिष्क में पसरी गंदगी दूर हो जाती है। इसलिए लोगों को रोजाना सुबह-शाम ध्यान लगाना चाहिए। इससे चेहरे का तेज बढ़ता है। आप ज्यादा सकारात्मक होते हैं। लोगों में आपका रुतबा भी बढ़ता है।
वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में आयोजित मासिक विचार संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता उन्होंने यह जानकारी दी। ‘ध्यान-हर समस्या का समाधान’ विषय पर बोलते हुए उन्होंने यम, नियम, आसन, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि जैसे अष्टांग योग पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके जरिये उन्होंने सत्य, अहिंसा, असतेय, ईश्वर प्राणीधान, ब्रह्मचर्य, शौच, संतोष, तप, स्वाध्याय के तकनीकी पहलुओं की विस्तृत जानकारी भी दी। उन्होंने दस मिनट मेवाड़ परिवार के सभी सदस्यों का ध्यान लगवाया। प्राणायाम से होते हुए अल्फा तकनीक से ध्यान का ज्ञान करवाकर डाॅ. सिरोही ने सभी के मन को असीम शांति प्रदान की।
मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि ध्यान और समाधि से सुप्त हुआ मस्तिष्क जागृत होता है। केवल दो यो तीन प्रतिशत मस्तिष्क जागृत होने से ही हम कई अभूतपूर्व कार्य कर जाते हैं अगर ध्यान और समाधि के निरंतर अभ्यास से मस्तिष्क 97 प्रतिशत तक जागृत हो गया तो हम कोई भी चमत्कार कर सकते हैं। दूर विदेश में बैठे व्यक्ति से साक्षात्कार भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मन-मस्तिष्क के कलुष को साफ करने का सही माध्यम ध्यान और समाधि ही है। भगवान महावीर और गौतम बुद्ध ने इसी तकनीक के जरिये समाज में अभूतपूर्व कार्य कर दिखाये। ध्यान से मन-मस्तिष्क की शुद्धि होती है।
इससे पूर्व उन्होंने डाॅ. सरोज सिरोही को इंस्टीट्यूशंस की ओर से शाॅल व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस मौके पर अवानीश डागर, मेवाड़ परिवार के सभी सदस्य व विद्यार्थी काफी संख्या में मौजूद थे। संगोष्ठी का सफल संचालन अमित पाराशर ने किया।