गाजियाबाद। एबीईएस इंजीनियरिंग काॅलेज में ’परिणाम आधारित शिक्षा-शिक्षण सीखने और मूल्याकंन’ विषय पर 18 जून से शुरू हुए पांच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम का उद्घाटन केआर मंगलम विश्वविद्यालय गुरुग्राम के कुलाधिपति डाॅ. के. के. अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अभी तक ’’परिणाम आधारित शिक्षा’’ सिर्फ संस्थानों में कागजांे और रिपोर्ट तक सीमित है। जबकि इसकी असली स्थापना के लिए हर शिक्षक को इसे अपनी आत्मा मंे स्थापित करना होगा। इसके लिए इस पर कार्य करना होगा, अपने संस्थानों के निरंतर सुधार उपकरण के रूप मे लेना होगा। इस संकाय विकास कार्यक्रम में बीपीआईटी दिल्ली के संस्थापक डाॅ. ए. के. टंडन ने एनबीए से मान्यता लेने की जानकारी पर प्रकाश डाला। विकास कार्यक्रम मे विभिन्न संस्थानों के 60 संकाय सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। संस्थान के निदेशक प्रो. गजेन्द्र सिंह ने ब्लूम वर्गीकरण पर संकाय सदस्यों को ज्ञान दिया। उद्घाटन समारोह में विभागाध्यक्ष प्रो. आर. के. शुक्ला, संकाय विकास कार्यक्रम के समन्वयक आशीष मलिक, एन. पी. सिंह, मनीष मंगल, अंकुर दीक्षित, मोनिका चैहान, सौरभ अवस्थी व एस. पी. सिंह आदि उपस्थित रहे।