नोटबंदी व जीएसटी से लगे देश को विकास के पंख-डाॅ. महाजन
गाजियाबाद। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक डाॅ. अश्वनी महाजन ने मोदी सरकार के चार साल को कामयाबी के और विश्व में नई इबारत लिखने वाला बताया है। उनके अनुसार महंगाई दर कम होने से विकास दर को नये पंख लगे हैं। नोटबंदी व जीएसटी के बाद से देश में करों के मामले में पारदर्शिता आई है। देश स्वावलम्बी बना है। उन्होंने कहा कि कुछ कमियां रह गई हैं उन्हें मोदी सरकार अगले पांच वर्षों में निश्चित रूप से सुधार लेगी। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में आयोजित मासिक विचार संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता उन्होंने ये विचार व्यक्त किये। वह ‘मोदी सरकार के चार साल’ विषय पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान बजट में 1991 के बाद पहली बार संरक्षणकारी आयात शुल्क लगाए गए, जिसका उद्देश्य यह था कि देश में मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों समेत कई वस्तुओं का आयात कम हो। हालांकि, इसके लिए सरकार को अरविंद पानगढ़िया, रघुराम राजन समेत भूमंडलीकरण के कई समर्थकों के कोप का भाजन भी बनना पड़ा। सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह संरक्षणवादी हो रही है और स्वदेशी के प्रभाव में आ रही है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के भी प्रयास जारी हैं। उन्होंने दावा किया कि वास्तव में आज दुनिया भर में स्वदेशी का बोलबाला बढ़ा है। ऐसे में स्वदेशी जागरण मंच के दर्शन और सोच को आगे बढ़ाने का अवसर बना है। जीडीपी ग्रोथ का वर्तमान मॉडल भविष्य की पीढ़ियों के लिए और अधिक मुश्किलें खड़ी कर रहा है। जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों का शोषण इस हद तक हो रहा है कि मानवता का भविष्य ही समाप्त हो सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि विकास के वर्तमान मॉडल को बदलते हुए संस्थाओं और संरचनाओं को इस प्रकार मोड़ना होगा कि न केवल बेरोजगारी और असमानताओं से निपटने हेतु नीतियां बनें बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए इस धरा को बचाने का सफल प्रयास हो। मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि मोदी सरकार ने माना बहुत अभूतपूर्व कार्य करके लोगों के दिलों में जगह बनाई है। सरकार को भी ईमानदारी के साथ चलाया है लेकिन रोजगार व कारोबार पर अभी और काम करने की जरूरत है। छोटे उद्यमियों, किसानों व नौजवानों को राहत देने वाली योजनाओं को प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने अनेक उदाहरणों द्वारा मोदी सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए गांव-देहात की बदहाली का भी खाका खींचा। शिक्षा व स्किल इंडिया के क्षेत्र में कुछ और नई तकनीकी योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के उन्होंने सुझाव दिये। इससे पूर्व डाॅ. गदिया ने मुख्य वक्ता डाॅ. महाजन को शाॅल व स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर मेवाड़ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल समेत मेवाड़ परिवार के तमाम सदस्य व विद्यार्थी भारी संख्या में मौजूद थे। सफल संचालन अमित पाराशर ने किया।