गाजियाबाद। सूर्य नगर स्थित विद्या भारती स्कूल में निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर ए.डी.के. जैन मैमोरियल ट्रस्ट द्वारा लगाया गया। जिसमें लगभग 800 छात्रों का नेत्र परीक्षण किया गया। विद्या भारती स्कूल छात्रों के शारीरिक, मानसिक तथा शैक्षिक विकास हेतु सदैव तत्पर है।
नेत्र कुदरत की सबसे बेहतरीत नियामत है, जिसके लिए अक्सर अभिभावक एवं छात्र स्वयं लापरवाही बरतते हैं। बच्चे आजकल टैक्नो-स्मार्ट होने की दौड़ में सदैव मोबाइल एवं कम्पयूटर से घिरे रहते हैं क्योंकि वे इन उपकरणों से निकलने वाली किरणों के खतरों से अवगत नहीं हैं। छात्रों के नेत्र परीक्षण के दौरान बहुत से छात्रो के नेत्रों खासतौर से प्राईमरी सैक्शन में समस्यायें पाई गईं। जैसे बच्चे तिरछा क्यों लिखते हैं क्योंकि किसी एक आँख का ऐंगल सही नही है। कई बार एक आँख खराब एवं दूसरी आँख सही होने पर बच्चों को पता ही नहीं लगता कि उनकी आँखों में कोई समस्या है। नेत्र विशेषज्ञ डा. रूमा जैन ने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों के नेत्रों से सम्बन्धित समस्याओं के लिए सचेत रहना चाहिए। कम से कम साल में एक बार नेत्र परीक्षण अवश्य कराना चाहिए। अपने नेत्रों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन ’ए’ से भरपूर पौष्टिक आहार लेना चाहिए।