गाजियाबाद। अमर भारती साहित्य-संस्कृति संस्थान की नियमित काव्य-गोष्ठी में स्थानीय रचनाकारों के साथ-साथ दूर-दराज से आए कवि-शायरों ने शिरकत की। सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जयसवाल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। अपने संबोधन में उन्होंने संस्थान द्वारा संचालित की जा रही साहित्यिक गतिविधियों की सराहना की। गोष्ठी में आए नामचीन शायर विजेंदर सिंह’ परवाज’ ने एक से बढ़कर एक उम्दा गजलें कहीं, जिन पर श्रोताओं ने खूब दाद दी। मध्य प्रदेश के देवास से आए कवि मनोज दूबे ने पिता व बेटी पर मर्मस्पर्शी गीत पढ़कर सभी की आँखें नम कर दीं। उनके अतिरिक्त सुरेन्द्र सिंघल, वीके शेखर, अशोक पंकज, डॉ, तारा गुप्ता, राज चैतन्य, रामवीर आकाश, सीमा सिंह, डॉ, ईश्वर सिंह तेवतिया, डॉ स्नेहलता गुप्ता, बीएल बतरा ‘ अमित्र’ प्रदीप पुष्पेंद्र, सुरेन्द्र शर्मा, सायरा भारती, तूलिका सेठ, कीर्ति रतन, मोहम्मद हाशिम, प्रतीक्षा सक्सेना, सोनम यादव, राजेंद्र प्रसाद बंसल, व्यंजना पांडेय, मित्र गाजियाबादी, इंद्रजीत सुकुमार. विनोद वर्मा ने भी अपनी रचनाओं से खूब समां बाँधा। गोष्ठी की अध्यक्षता अमर भारती साहित्य संस्कृति संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डॉ धनंजय सिंह ने की। संचालन का दायित्व महासचिव प्रवीण कुमार ने संभाला। इस अवसर पर आलोक यात्री, अनिल कुमार शर्मा, शैफाली रावत, सुशील कुमार शर्मा, चेतन आनंद, राज भदौरिया, हिमानी कश्यप, डॉ राजीव पांडेय, ब्रजनंदन पचैरी, भूपेन्द्र त्यागी की गरिमामयी उपस्थिति ने महफिल की रौनक कई गुणा बढ़ा दी।