-13 अप्रैल को बाॅक्सिंग रिंग में उतरेंगे
– लोगों ने सतीश के स्वागत के लिए किए हैं ख़ास इंतजाम
बुलंदशहर। भारतीय बाॅक्सर सतीश कुमार यादव 13 अप्रैल को काॅमनवेल्थ गेम में अपना जलवा दिखाएंगे। उन्होंने टनिडेड टाॅबागो देश के पाॅल निगेल को 4-1 प्वाइंट से मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है। सतीश के क्वाॅलीफाई करने से उनके गांव पचैता में खुशी का माहौल है। उनके क्वाॅलीफाई करने पर लोगों ने ढोल नगाडे़ बजाकर जीत पर खुशी का इजहार किया। इसके साथ ही काॅमनवेल्थ गेम से वापस लौटने पर गांव के लोगों ने सतीश के स्वागत के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
सिकंदराबाद के खुर्जा रोड स्थित गांव पचैता निवासी सतीश यादव वर्तमान में पंजाब के पटियाला जिले में सेना में तैनात हैं। बचपन से ही खेल में सतीश को महारथ हासिल थी। यही कारण रहा है कि फौजी बनने के बाद भी उन्होंने खेल के जज्बे को कायम रखा। इस बार वह काॅमनवेल्थ गेम में उसने मुक्केबाजी में जोरदार प्रदर्शन किया और टरिनिडेड टाॅबागो देश के पाॅल निगेल को बाॅक्सिंग के क्वाटर फाइनल में 4-1 से मात देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई है। यह सेमीफाइनल मुकाबला 13 अप्रैल को होगा। जिसमें सतीश के प्रतिद्वंद्वी शेईचेल्लेस के एजनेस केडी होंगे। बता दें कि 17वें एशियाई खेलों में सतीश ने भारत को कांस्य पदक दिलाया था। सतीश ने गांव के ही जय सिंह इंटर काॅलेज से 12वीं उत्तीर्ण की है। उसके बाद वर्ष 2008 में सतीश का फौज में चयन हो गया। सतीश के पिता किरनपाल यादव बताते हैं कि अगर सतीश ने बेहतर प्रदर्शन किया तो उसके बेटे का यह 11वां पदक होगा। इससे पहले वह सात स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीत चुके हंै। फिलहाल सतीश के गांव पचैता में खुशी का माहौल है। लोगों ने सतीश के स्वागत के लिए खास इंतजाम किए हैं।
Very interesting story
thnx a lot ji