विद्यार्थियों ने किया मूल निवास
प्रमाण पत्र जमा कराने का विरोध
– मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
– फार्म जमा कराने की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की
– कोई भी प्रमाण पत्र दाखिले के दौरान लेने को कहा
गाजियाबाद। इस साल की बी.एड. प्रवेश परीक्षा के फार्म भरने में विद्यार्थियों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर से वे विद्यार्थी अधिक परेशान हैं जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और जिन्हें आॅनलाइन फार्म के साथ मूल निवास प्रमाण पत्र बनाकर जमा करने का लखनऊ विश्वविद्यालय ने निर्देश जारी किया है। इस कारण विद्यार्थी फार्म नहीं जमा कर पा रहे। जबकि पिछले वर्षों में ऐसा कोई नियम नहीं था। फार्म जमा कराने की अंतिम तिथि 15 मार्च रखी गई है। पता चला है कि इस नये तुगलकी आदेश से विद्यार्थियों में खलबली मची हुई है। इस बाबत विद्यार्थियों ने एक ज्ञापन प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव को भेजा है। इस ज्ञापन में प्रवेश परीक्षा के लिए फार्म जमा कराने की अंतिम तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है। साथ ही मूल निवास प्रमाण पत्र दाखिले के दौरान लेने को कहा है।
विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में बताया है कि बीएड प्रवेश परीक्षा के फार्म भरे जा रहे हैं। फार्म में सभी यूपी के रहने वाले विद्यार्थियों को मूलनिवास प्रमाण पत्र एवं अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को आय प्रमाण पत्र फार्म के साथ ही अपलोड करना है। अन्यथा फार्म जमा नहीं हो पा रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि मूलनिवास एवं आय प्रमाण पत्र बनवाने में समय लग रहा है। जबकि यूपी के स्नातक विद्यार्थियों को मूलनिवास प्रमाण पत्र नहीं देना होता था। यदि कोई छात्र यूपी के बाहर के विश्वविद्यालय से स्नातक करता था और यूपीे का मूल निवासी होने का दावा करता था, उसी को मूलनिवास प्रमाण पत्र देना होता था। वह भी काउन्सिलिंग में प्रवेश के दौरान। अनुसूचित जाति के छात्रों को आय प्रमाण पत्र भी काउन्सिलिंग के दौरान ही देना होता था। लेकिन इस नये फरमान से विद्यार्थियों की नींद उड़ी हुई है। उन्हें फार्म जमा कराने से पहले तहसीलों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। अंतिम तिथि नजदीक आने से विद्यार्थी और ज्यादा बेचैन हैं। ज्ञापन में विद्यार्थियों ने फार्म के साथ मूलनिवास एवं आय प्रमाण पत्र जमा करने की आवश्यकता में छूट देने के अलावा इसको प्रवेश के समय जमा करवाने का आदेश जारी करने को कहा है।
अन्य प्रवेश परीक्षाओं में नहीं जमा
होता मूल निवास प्रमाण पत्र
ज्ञापन भेजने वाले विद्यार्थियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश में होने वाली अन्य एमबीए, एमसीए, इंजीनियरिंग, डिप्लोमा आदि प्रवेश परीक्षाओं में मूल निवास प्रमाण पत्र कभी फार्म के साथ जमा नहीं होता। यूपीएसईई ने भी इस साल की परीक्षा में अपनी गाइड लाइन के बिन्दु 8.3 में साफ लिखा है कि फार्म जमा करते समय कोई मूल निवास प्रमाण पत्र संलग्न नहीं होगा। दाखिले के दौरान ही प्रमाण पत्र जमा कराना होगा।
काॅलेज बंदी के कगार पर
पिछले साल तकरीबन चार लाख फार्म जमा हुए थे। तब भी प्रदेश के बहुत सारे काॅलेजों में सीटें खली रह गई थीं। इस बार अभी तक लगभग 30 हजार फार्म ही भरे जा सके हैं। मूल निवास प्रमाण पत्र जमा कराने की अनिवार्यता से परेशान होकर विद्यार्थी अन्य राज्यों के काॅलेजों को पलायन कर जाएंगे। अगर इस बार कम दाखिले हुए तो काॅलेज बंद होने के कगार पर पहुंच जाएंगे।
– अशोक कुमार सिंघल, महासचिव, मेवाड़ इंस्टीट्यूट
अच्छी रिपोर्टिंग…
thnx