एबीईएस काॅलेज में हैजर्ड वेस्ट मैनेजमेंट पर पांच दिन हुई चर्चा

विभिन्न संस्थानों के 30 विशेषज्ञों ने भाग लिया

गाजियाबाद। एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में पांच दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में 30 अध्यापकों ने सहभागिता दिखाई। सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. डीके शर्मा ने स्वागत भाषण के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। मुरादाबाद इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निदेशक, टेक्निकल एवं सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार घोष ने हैजर्ड वेस्ट मैनेजमेंट के विभिन्न प्रकार तथा समाधान की रुपरेखा से परिचय कराया। वेव ग्रुप के सीईओ हर्ष मूर्ति ने अध्यात्म व प्रबंधन पर प्रकाश डाला। ग्रेटर नोएडा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विनोद कुमार सिंह ने ग्रीन कंस्ट्रक्शन में प्रयोग होने वाले विभिन्न पदार्थो में से एक फ्लाई ऐश पर विशेष टिप्पणी की और फ्लाई ऐश से बनी ईंट को आपस में जोड़ने की विधि का उल्लेख किया।
दूसरे दिन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आरम्भ ग्लोबल टनलिंग ग्रुप के चीफ एग्जीक्यूटिव अफसर डॉ. मनोज वर्मन ने टनल इंजीनियरिंग में होने वाली समस्या तथा समाधान पर रोशनी डाली। द एनर्जी रिसोर्स इंस्टिट्यूट के सीनियर रिसर्चर डॉ. शिव कुमार दुबे ने पावर प्लांट से पैदा होने वाली फ्लाई ऐश को ग्रीन मैटीरियल बताया और कैसे फ्लाई ऐश का उपयोग किया जा सकता है, इस पर ध्यान केंद्रित करवाया।
तीसरे दिन की चर्चा द एनर्जी रिसोर्स इंस्टिट्यूट के एसोसिएट फेलो सौरभ मनुजा ने हैजर्ड वेस्ट प्रबंधन विषय पर बात रखी। आईएमएस इंजीनियरिंग कॉलेज में सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष डॉ. एके श्रीवास्तव ने ग्रीन बिल्डिंग की निर्माण विधि का उल्लेख किया।

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