भगवान बुद्ध की बातें करती हैं जीवन की शंकाएं दूर-डाॅ. गदिया
– भजन, कविताएं, समूह गान से विद्यार्थियों ने भगवान गौतम बुद्ध को किया याद
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस में भगवान गौतम बुद्ध जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर भगवान गौतम बुद्ध के जीवन चरित्र व आदर्शों पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। समारोह में मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने भगवान गौतम बुद्ध के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि भगवान बुद्ध की बताई बातों को अमल में लाकर ही हम जीवन की शंकाएं दूर कर सकते हैं। जब ज्यादा परेशानी या कोई समस्या सताये तो क्रोध करने के बजाय हम मौन धारण कर लें। हमारी परेशानी या समस्या अवश्य हल हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि आज विश्व की एक तिहाई आबादी बौद्ध समर्थक है। छह प्रतिशत आबादी बौद्ध धर्म का पालन करती है। दिमागी परेशानियों का हल ढूंढना है तो आज भगवान बुद्ध की शरण में जाना होगा। उनकी बताई बातों का अनुसरण करना होगा। तभी लक्ष्य की प्राप्ति हो सकती है। डाॅ. गदिया ने बताया कि भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद इंसान को इंसान बनाने और धर्म की पुनः स्थापना करने का बीड़ा उठाया। धर्म जीवन जीने की पद्धति बताते हैं। भगवान बुद्ध ने अष्टांग विधि से अपने कष्टों व दुखों के निवारण की बात कही है। आज भी हम इस अष्टांग विधि से अपने दुखों व कष्टों पर पार पा सकते हैं।
इससे पूर्व डा. गदिया, इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल, डेनमार्क से आए शिक्षाविद् बठलर व मिस लीने ने मां शारदे, भारत माता व भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए व दीप प्रज्ज्वलित किया। समारोह की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। दीपा, चिराग, प्रशांत जिंदल, अमन, प्रज्ञाजीत, नरोत्तम, हार्दिक राघव, अमित कुमार, कोमल आदि विद्यार्थियों ने गौतम बुद्ध पर आधारित उपदेश, भजन, कविताएं प्रस्तुत कर माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस दौरान विदेशी मेहमानों को संस्थान की ओर से शाॅल व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। समारोह में तमाम फैकल्टी सदस्य व छात्र-छात्राएं मौजूद थे। समारोह का सफल संचालन तृप्ता शर्मा ने किया।