ग्रेटर नोएडा। यूपी बोर्ड की परिणाम रविवार को घोषित हो गया है, जिसमें गौतमबुद्धनगर के हाईस्कूल के 81.51 प्रतिशत और इंटरमीडिएट के 82.75 फीसदी छात्र पास हुए हैं। बिहारी लाल इंटर कॉलेज दनकौर के छात्र रोहन कुमार सैनी हाईस्कूल की परीक्षा में जिला टॉप किया है। रोहन ने कुल 92.5 फीसदी अंक हासिल किए हैं। वहीं, द्बितीय स्थान पर रहे वीडीआरडी कॉलेज के केशव कुमार व भगत सिंह इंटर कॉलेज माहियापुर की रुचि यादव ने 90.33 फीसदी अंक हासिल किए हैं। तीसरे स्थान स्थान पर रहे एसडी इंटर कॉलेज नवादा के छात्र सचिन ने 89.83 फीसदी अंक हासिल किए हैं। चैथे स्थान पर आरके इंटर कॉलेज सदरपुर के उदित दूबे व एसडी इंटर कॉलेज नवादा के अमित रहे, जिन्होंने 89.16 फीसदी अंक हासिल किए। पांचवे स्थान पर राजकीय इंटर कॉलेज की रोहनी मिश्रा व एसडी इंटर कॉलेज नवादा के सचिन रहे, जिन्होंने 89 फीसदी अंक हासिल किए। वहीं, इंटरमीडिएट की परीक्षा में बीडीआरडी इंटर कॉलेज दनकौर में पढ़ने वाली अंजलि शर्मा ने 89 फीसदी अंक हासिल कर जिला टॉप किया है। दूसरे स्थान पर रहे श्री राम मॉडल इंटर कॉलेज थोरा के चिंटू छोकर ने 88.8 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। तृतीय स्थान पर भी इसी कॉलेज के छात्र कृष्णा कुमार रहे, जिन्होंने 88.6 फीसदी अंक हासिल किए। वहीं, चैथे स्थान पर बीएस इंटर कॉलेज सदर सराय के शरद कुमार सिंह व एमबी इंटर कॉलेज दादरी के राम सिंह चैहान ने 87. 6 फीसदी अंक हासिल किए। पांचवे स्थान पर एमबी इंटर कॉलेज दादरी की छात्रा प्रियंका रहीं, जिन्होंने 87.4 फीसदी अंक हासिल किए।
उल्लेखनीय है कि गौतमबुद्बनगर में हाई स्कूल की परीक्षा के लिए कुल 20741 छात्रों द्बारा परीक्षा दी थी, जिसमें 16907 छात्रों ने परीक्षा उतीर्ण की। इंटरमीडिएट के लिए कुल 16381 छात्रों ने परीक्षा दी थी, जिसमें 13555 छात्र उत्तीर्ण हुए। हाई स्कूल 1083 छात्रों व इंटरमीडिएट में 871 छात्रों ने परीक्षा बीच में ही छोड़ दी थी।
10 किमी. दूर ऑटो से पढ़ने जाती थी अंजलि
ग्रेटर नोएडा। अगर, मन में जज्बा और जुनून है तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यूपी बोर्ड परीक्षा परिणामों में भी ऐसा ही देखने को मिला। इंटरमीडिएट में जिला टॉप करने वाली अंजलि शर्मा ने भी ऐसे ही जज्बे और जुनून का परिचय दिया है। वह प्रतिदिन ऑटो में सफर कर 10 किमी. की दूरी तय कर कॉलेज पढ़ने जाती थी। दनकौर के बीडीआरडी इंटर कॉलेज की छात्रा अंजलि शर्मा ने 89 फीसदी अंक हासिल कर गौतमबुद्धनगर टॉप किया है। अंजलि का सपना है कि वह इंजीनियर बनेगी।
अंजलि ने बताया कि उसने रोज 12 घंटे पढ़ाई कर इस मुकाम को हासिल किया है। वह कहती हैं कि हर किसी की सफलता के पीछेकिसी-न-किसी को हाथ होता है। ऐसे में उसकी इस सफलता के पीछे उसके परिवार के सदस्यों और कॉलेज स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वह बताती है कि 10 किमी. ऑटो में सफर पढ़ाई करने जाना कठिन तो होता है, लेकिन उसने कभी अपना मन छोटा नहीं किया। उसने बताया कि उनका गांव जिले की अंतिम सीमा पर होने के चलते हरियाणा की सीमा से जुड़ा हुआ है, जिसका गांव दनकौर सिटी स ेकरीब 10 किलोमीटर दूर पड़ता है। जहां आने-जाने के लिए वाहनों की कोई सुविधा नहीं है। अंजलि ने बताया कि सुबह के वक्त गांव से एक ऑटो जाता था, जिसमें बैठने के लिए वह करीब आधा घंटा पहले पहुंचकर रोड पर खड़ी रहती थी, जिसके बाद ही कॉलेज पहुंचती थी। अंजलि ने बताया कि कॉलेज पहुंचने के लिए उसको ऑटो में सवार होकर काफी परेशानी भी उठानी पड़ती थी, लेकिन उसने पढ़ाई के आड़े इस समस्या को नहीं आने दिया। अंजलि ने बताया कि वह बीटेक की पढ़ाई करके इंजीनियर बनना चाहती है। जिसके लिए वह कोचिंग की तैयारी में जुटी हुई है। अंजलि ने बताया कि उसको उम्मीद नहीं थी कि जिले में वह टॉपर आएगी।
फोटो कॉपी की दुकान चलाते हैं पिता
अंजलि के पिता अनिल शर्मा दनकौर कोतवाली के नजदीक फोटो कॉपी की किराए पर दुकान चलाते हैं। उन्होंने बताया कि घर की स्थिति भी उनकी ज्यादा ठीक नहीं है। घर का सारा खर्चा दुकान से ही चलता है। अंजलि अकेली बहन है। साथ ही उसका एक भाई भी है। अंजलि शर्मा के हिंदी में 86, अंग्रेजी में 86, मैथ्स में 88, फिजिक्स में 95 और केमिस्ट्री में 90 नंबर प्राप्त हुए हैं।
बिना ट्यूशन के ही टॉप किया जिला
ग्रेटर नोएडा। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल के परिणाम में 92.5 प्रतिशत अंक लाकर गौतमबुद्धनगर जिला टॉप करने वाले रोहन कुमार सैनी ने बिना ट्यूशन लिए ही सफलता का परचम लहराया है। यह उनकी कड़ी मेहनत को तो प्रदर्शित करती ही है बल्कि उन छात्रों के लिए भी एक सीख है, जो ट्यूशन लगाकर भी बेहतर अंक नहीं ला पाते हैं। रोहन ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अध्यापकों को दिया है। रोहन बिहारी लाल इंटर कॉलेज का छात्र है।
हलवाई की दुकान से चलता है खर्च
रोहन कुमार सैनी दनकौर सिटी के प्रेमपुरी मोहल्ले में रहता है, जिसके पिता कालूराम दनकौर सिटी के दीनदयाल चैराहे के नजदीक हलवाई की दुकान चलाते हैं। रोहित कुमार सैनी ने बताया कि उसके पिता की दुकान भी किराए पर है, जिसके खर्चे से ही उनके परिवार का पालन पोषण होता है। उसने बताया कि दुकान से करीब 500 रुपए रोजाना उसके पिता कमाते हैं। इसमें भी उसके चाचा साझे में रहते हैं। रोहन ने बताया कि करीब 8 घंटे रोजाना पढ़ाई करके जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। घर की स्थिति अच्छी नहीं होने के चलते वह ट्यूशन भी नहीं पढ़ पाया।
दुकान पर भी बैठता है रोहन
छात्र रोहन कुमार सैनी ने बताया कि वह शाम के वक्त करीब डेढ़ या 2 घंटे रोजाना दुकान पर भी जाकर पापा और चाचा के साथ बैठता था। रोहन ने बताया कि घर की स्थिति ठीक नहीं होने के चलते वह पूरी साल ट्यूशन भी नहीं पढ़ा। उसने बताया कि यदि वह ट्यूशन पढ़ता तो जिले के अलावा प्रदेश में भी उसका जरूर नंबर आता। उसने बताया कि उसके कॉलेज के मैथ्स के अध्यापक वीरेंद्र कुमार शर्मा उसका काफी सहयोग करते थे, जिन्होंने उसको बिना ट्यूशन के ही कॉलेज में काफी मेहनत कराई थी। जिसकी बदौलत वह जिले में पहले स्थान पर आया है। रोहन के हिंदी में 90, अंग्रेजी में 90, गणित में 99, विज्ञान में 90, सामाजिक विज्ञान में 90 और कला में 96 नंबर आए हैं।