गाजियाबाद। एबीईएस इंजीनियरिंग काॅलेज के संवाद थियेटर ग्रुप द्वारा मंचित नाटक ‘‘जिस लाहौर नई वेख्या, ओ जम्या ई नई’’ ने धूम मचा दी। यह नाटक प्रोफेसर असगर वजाहत द्वारा लिखा गया है। इसे एबीईएस के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस नाटक को मंच तक लाने में फिल्म थियेटर सोसाइटी के अतुल सत्या कौशिक, तरूषा डांग व अर्जुन ने छात्रों को प्रशिक्षित किया। दोनों निर्देशक ने छात्रों के साथ दो महीने तक रोज 2-3 घंटे का समय व्यतीत कर उन्हें थियेटर की बारीकियां समझाईं और उन्हें इस काबिल बनाया कि इनकी प्रस्तुति के बाद आॅडिटोरियम 15 मिनट तक तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।
इस मौके पर एबीईएस ईसी के अध्यक्ष नीरज गोयल ने कहा कि थियेटर केवल एक प्रस्तुति ही नहीं, अपने आपको जानने का एक सरल तरीका भी है। छात्रों का यह प्रयास केवल संस्थान की चारदीवारी में सीमित नहीं रहना चाहिए। यह नाटक 1947 में देश के विभाजन के समय में आम लोगों को हुई परेशानियों पर प्रकाश डालता है और बताता है कि राजनीतिक निर्णयों से सामान्य जन कैसे एक-दूसरे की सहायता से मुसीबत की घड़ी से बाहर आते हैं।
100 मिनट के नाटक को दो दिन प्रस्तुत किया गया।