मेवाड़ में बीसीए विभाग की वर्कशॉप आयोजित
गाजियाबाद। सॉफ्टक्रेयोन्स टेक सॉल्यूशन कंपनी के डेटा विश्लेषक अनिल कुमार ने विद्यार्थियों को बताया कि वे कैसे पावरफुल वेबसाइट बनायें। उन्होंने बताया कि पाइथान एप्लीकेशन इस समय पावरफुल वेबसाइट बनाने में ज्यादा कारगर है। इसे सीखना आसान है। इसकी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बहुत सरल है। इस सॉफ्टवेयर का मार्केट में नया ट्रेंड आया है। विद्यार्थी कम समय में पावरफुल वेबसाइट बनाकर कमाल कर सकते हैं। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के बीसीए विभाग की ओर से आयोजित वर्कशॉप में अनिल कुमार ने विद्यार्थियों को पाइथान एप्लीकेशन के कुछ आवश्यक टिप्स दिये। वर्कशॉप में पाइथान क्या है, इसकी एप्लीकेशन कितने प्रकार की हैं, कौन-कौन-सी कंपनियां पाइथान का प्रयोग करती हैं और पाइथान क्यों पढ़नी चाहिये, के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया। मशीन लर्निंग, डेटा विजुअल, जीआईयू यानी ग्राफिकल यूजर इंटर्फेस, ग्राफिक्स आदि तकनीक सिखाई गईं। वर्कशॉप में विभागाध्यक्ष शमशाद अली, आशीष पांडेय, निहारिका आदि शिक्षण स्टाफ भी मौजूद रहा। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉक्टर अलका अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकार की वर्कशॉप के जरिये विद्यार्थियों को नई तकनीक की जानकारी देना मेवाड़ का मकसद है। इससे विद्यार्थियों में रीडिंग, लर्निंग और सर्चिंग की आदतें विकसित होती हैं।
गाजियाबाद। सॉफ्टक्रेयोन्स टेक सॉल्यूशन कंपनी के डेटा विश्लेषक अनिल कुमार ने विद्यार्थियों को बताया कि वे कैसे पावरफुल वेबसाइट बनायें। उन्होंने बताया कि पाइथान एप्लीकेशन इस समय पावरफुल वेबसाइट बनाने में ज्यादा कारगर है। इसे सीखना आसान है। इसकी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बहुत सरल है। इस सॉफ्टवेयर का मार्केट में नया ट्रेंड आया है। विद्यार्थी कम समय में पावरफुल वेबसाइट बनाकर कमाल कर सकते हैं। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के बीसीए विभाग की ओर से आयोजित वर्कशॉप में अनिल कुमार ने विद्यार्थियों को पाइथान एप्लीकेशन के कुछ आवश्यक टिप्स दिये। वर्कशॉप में पाइथान क्या है, इसकी एप्लीकेशन कितने प्रकार की हैं, कौन-कौन-सी कंपनियां पाइथान का प्रयोग करती हैं और पाइथान क्यों पढ़नी चाहिये, के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया। मशीन लर्निंग, डेटा विजुअल, जीआईयू यानी ग्राफिकल यूजर इंटर्फेस, ग्राफिक्स आदि तकनीक सिखाई गईं। वर्कशॉप में विभागाध्यक्ष शमशाद अली, आशीष पांडेय, निहारिका आदि शिक्षण स्टाफ भी मौजूद रहा। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉक्टर अलका अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकार की वर्कशॉप के जरिये विद्यार्थियों को नई तकनीक की जानकारी देना मेवाड़ का मकसद है। इससे विद्यार्थियों में रीडिंग, लर्निंग और सर्चिंग की आदतें विकसित होती हैं।