गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों को ब्रुहमाकुमारीज के गुरुग्राम स्थिम शांति रिट्रीट सेंटर के प्रशिक्षकों ने पॉवर ऑफ माइंड एवं ध्यान योग की जानकारियां दीं। साथ ही इससे जुड़ी अनेक व्यावहारिक क्रियाएं कराईं। बहन दिव्या ने बताया कि माइंड सेट रखने के लिए सूचना, विचार, अहसास, एटीट्यूड और व्यवहार का सही होना आवश्यक है। तभी किसी लक्ष्य को पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विचार बीज की तरह होता है। मन में जैसा विचार होगा, हमारा व्यवहार भी वैसा ही बन जाता है। अगर विचार नकारात्मक है तो व्यवहार भी नकारात्मक हो जाएगा। सकारात्मक है तो सकारात्मक हो जाएगा। इसके लिए ध्यान योग के सहारे अपने विचारों को सकारात्मक बनाये रखा जा सकता है। बहन दिव्या के साथ आए प्रशिक्षक बहन पूजा, बहन मिनी, बहन लक्ष्मी एवं भाई आदेश ने विद्यार्थियों को भाईचारा, प्रेम, शांति, समभाव, सम्मान एवं क्षमा के साथ रहने की प्रतिज्ञा कराई। मुख्य प्रशिक्षक बहन दिव्या को मेवाड़ लॉ इंस्टीट्यूट की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित करने के अलावा सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन श्रेया अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर इंस्टीट्यूट के समस्त स्टाफ मौजूद रहा।