विद्यार्थियों ने फैशन शो व समूह नृत्य से समां बांधा
-अपने गुरुओं और शिक्षकों का सम्मान जरूर करें-नरेन्द्र कश्यप
-नई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना मेवाड़ का मकसद-डॉ. गदिया
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में आयोजित ’मेवाड़ अभिव्यक्ति-2022’ के आखिरी दिन छात्र-छात्राओं ने जमकर धमाल मचाया। एक से बढ़कर एक मनमोहक प्रस्तुति देकर खूब समां बांधा। उत्तर प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप ने अनेक बातें बताकर जीवन में शिक्षकों व गुरुओं का सम्मान करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि युवा सकारात्मक ऊर्जा के साथ देश व समाज को आगे ले जाने में अपना योगदान दें। देश युवाओं की अगवानी चाहता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में योगी सरकार जनता को बेहतर सुशासन देने के लिए संकल्पबद्ध है। उनकी कोशिश है कि प्रदेश में कोई भी पिछड़ा वर्ग का सदस्य या दिव्यांगजन सरकारी सुविधाएं पाने से वंचित न रह जाए। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि मेवाड़ अभिव्यक्ति-2022 में 300 से अधिक बच्चों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। इनमें से 195 बच्चों को पुरस्कृत किया गया है। बच्चों में छिपी हुई प्रतिभा को बाहर लाना ही मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस का मकसद है। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों में भी बेहतर करने की उनकी कोशिश हमेशा रहती है। उनकी कोशिश रहती है कि बच्चे अपना सर्वांगीण विकास कर मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस से जब बाहर निकलें, श्रेष्ठ करियर बनाएं। समाज और देश की मुख्यधारा से जुड़ें। इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषाण में संस्थान की प्रगति से सभी आगंतुकों को अवगत कराया। समूह नृत्य व फैशन शो समारोह के मुख्य आकर्षण रहे। विभिन्न प्रांतों के वेश धरकर मंच पर जब छात्र-छात्राएं पहुंचे तो पूरे सदन में खूब तालियां बजीं। उनकी भाव-भंगिमाओं को देखकर दर्शक खूब हंसे। इससे पूर्व मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया व निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने श्री कश्यप और आमंत्रित अतिथियों को शॉल, गुलदस्ते व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। सभी बच्चों की प्रस्तुति प्रशंसनीय रहीं। अभिव्यक्ति-2022 समारोह में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे विद्यार्थियों को ट्रॉफी व व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किये गये। संचालन निधि दूबे और गर्व ने किया।