शिक्षक घर-घर जाकर स्कूल के लिए लाएंगे बच्चे
गुरुगांव। नए शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए 2 अप्रैल से शिक्षक आंगनबाड़ी केंद्रों और आस-पास क्षेत्र के घरों में जाकर बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए जागरूक करेंगे। इस मुहिम को प्रवेश उत्सव का नाम दिया गया है। इससे पहले 31 मार्च को वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे।
विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों, डायट प्राचार्यों सहित ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों व स्कूलों के प्रभारियों को प्राइमरी से लेकर सीनियर सेकंडरी स्कूलों में प्रवेश उत्सव शुरू करने के आदेश दिए हैं, ताकि निर्धारित समय पर दाखिला प्रक्रिया पूरी की जा सके। 2 अप्रैल से प्रवेश उत्सव शुरू होने के साथ ही छठी और नौवीं कक्षा में ऐडमिशन के लिए पड़ोस के स्कूल को लिस्ट उपलब्ध करानी होगी। अगर बच्चा उसी स्कूल की अगली कक्षा में जा रहा है तो नामांकन अगली कक्षा में भेजा जाएगा। पड़ोस के दूसरे सरकारी स्कूल में 2 अप्रैल से 5 अप्रैल तक दाखिला फॉर्म भरवाना समेत अन्य औपचारिकताएं बैंक खाता, आधार नंबर सहित विभाग की वेबसाइट पर अपडेट करना होगा। सभी स्कूल प्रभारियों को ऐडमिशन प्रक्रिया शुरू होने से लास्ट डेट की रिपोर्ट संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को सौंपनी होगी। 3 अप्रैल से स्कूलों में बच्चों को निरंतर रूप से आने के लिए कहा जाएगा और नए स्कूलों में बच्चों का स्वागत तिलक लगाकर व फूल माला पहनाकर किया जाए। इस दिन ग्राम पंचायतों को भी प्रवेश उत्सव कार्यक्रम का हिस्सेदार बनाया जाएगा।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रविंद्र का कहना है कि सभी स्कूल प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सरकारी स्कूलों में ऐडमिशन लेने पहुंच रहे बच्चे दाखिला से वंचित न रहें। अगर किसी बच्चे के ऐडमिशन के दौरान दस्तावेज पूरे नहीं हैं तो संबंधित कमी को बाद में पूरा किया जा सकेगा। वहीं किसी बच्चे का आधार कार्ड नहीं है तो उसको भी दाखिला दिया जाए। आठवीं क्लास पास करने वाले बच्चों के ऐडमिशन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। वहीं 11वीं कक्षा के लिए भी प्रोविजनल दाखिला शुरू किए जाएंगे।