मेवाड़ में हिन्दी सप्ताह में हुए विभिन्न कार्यक्रम
काव्य-निबंध प्रतियोगिता के अलावा दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित
गाजियाबाद। मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस में मनाये जा रहे हिन्दी सप्ताह के तहत विद्यार्थियों ने वसुंधरा में पहली बार हिन्दी-चेतना रैली निकाली। हिन्दी चेतना विषय पर आयोजित काव्य प्रतियोगिता में हिन्दी पर कविताएं सुनाईं। दो दर्जन से अधिक प्रतियोगी बच्चों में से छह विद्यार्थी श्रेष्ठ चुने गये। इसके अलावा ‘पाठ योजना में रचनावादी उपागम’ विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला के अलावा हिन्दी निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। इसमें नौ प्रतियोगी श्रेष्ठ घोषित किये गये। ये सभी कार्यक्रम बी.एड और डी.एल.एड विभाग की ओर से आयोजित हुए। कविता प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में सुप्रसिद्ध कवयित्री मीरा शलभ, संगीता तनेजा और कवि डाॅ. चेतन आनंद शामिल रहे। तीनों ने पहले हिन्दी-चेतना विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला फिर अपनी कविताओं से खूब वाहवाही बटोरी। कविता प्रतियोगिता में बी.एड विभाग के विद्यार्थी संदीप पहले, बबीता दूसरे, दीपिका तीसरे, रश्मि चैथे, मानसी पांचवें और स्तुति छठे स्थान पर रहे। सभी विजताओं को प्रमाण पत्र आदि देकर पुरस्कृत किया गया। डी.एल.एड विभाग की ओर से ‘हिन्दी भाषा की उन्नति हेतु सुझाव’, ‘मेरे जीवन का लक्ष्य’, ‘समय का सदुपयोग’ व ‘निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल’ विषयों पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रथम सत्र के रश्मि सिंह प्रथम, रिंकल शर्मा द्वितीय, रक्षिता गुप्ता तृतीय व प्रिया सोनी चतुर्थ तो तृतीय सत्र की शिल्पा पहले, शिवानी व आरती द्वितीय, पिंकी व शारदा तीसरे स्थान पर रहे। सभी को पुरस्कृत किया गया। डीएल.एड विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में शिक्षक-प्रशिक्षण विभाग व निरौपचारिक शिक्षा के सहायक प्राध्यापक डाॅ. अजीत बोहट व डाॅ. डोरी लाल ने ‘पाठ योजना में रचनावादी उपागम’ विषय पर विस्तार से विद्यार्थियों को जानकारी दी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम, क्रिया केन्द्रित शिक्षा, द्विधु्रवीय शिक्षा, शिक्षण सहायक सामग्री प्रयोग एवं विद्यार्थियों को श्यामपट्ट उपयोग के अवसर प्रदान करने की तकनीक से अवगत कराया। हिन्दी सप्ताह कार्यक्रमों में मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के उपनिदेशक डाॅ. प्रमोद मदेसिया, बी.एड विभागाध्यक्ष डाॅ. गीता रानी, डीएल.एड विभागाध्यक्ष अमित बबरवाल समेत दोनों विभागों का शिक्षण स्टाफ व विद्यार्थी मौजूद रहे।