भारत की पूर्व विदेश मंत्री और देश की दिग्गज नेताओं में से एक सुषमा स्वराज का मंगलवार रात दिल का दौरा
पड़ने से निधन हो गया। भारतीय राजनीति में उनका योगदान अमर रहेगा। सुषमा स्वराज के निधन के बाद पूरा देश शोक में डूब गया है। यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं समाजसेवी डॉ पीएन अरोड़ा ने उनको भावपूर्ण श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए कहा कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें एवं अपने श्री चरणों में स्थान दें। खबर फैलते ही यशोदा हॉस्पिटल कौशाम्बी में सभी डॉक्टरों ने एवं स्टाफ शोक की लहर दौड़ गयी । हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों ने भी अपने दुःख का इजहार किया। डॉ अरोड़ा ने संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि वह भाजपा की एक अनुभवी राजनेता के साथ-साथ देश की भी बड़ी राजनीतिक शक्ति थीं ।वह हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहा करती थी। उनके असामयिक निधन से भारत को बड़ा झटका लगा है। विदेश मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने अप्रवासी भारतीयों एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीयों की भरपूर मदद की, उनकी समस्याओं को वो अपने परिवार की समस्या मान कर पूरे जी जान से प्रयास करती थीं. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गंगा की धारा सी जीवन जी गईं। अपने जीवन काल को एक निरंतर बहती हुई नदी के समान देश एवं विदेश के विभिन्न क्षेत्रों एवं आयामों को नया रूप एवं नई गति देकर भारत माता को विश्व गुरु बनाने के लिए त्यागमय बना दिया. उनका असमय जाना भारतीय राजनीति ही नहीं भारतीय महिलाओं के लिए एक अपूरणीय क्षति है क्योंकि उन्होंने महिला उत्थान के लिए जितना कार्य किया वह अतुलनीय है एवं प्रशंसनीय है. डॉक्टर अरोड़ा ने कहा आज देश ने एक बहुत बड़ी शख़्सियत को खो दिया। उनकी जैसी पवित्र, समर्पित राजनेता सदियों में पैदा होती हैं। उनका व्यक्तित्व सादगी एवं सरलता से परिपूर्ण था एवं किसी भी परिस्थिति में मूल्यों से समझौता न करने वाली उनकी छवि देश कभी भुला नहीं पाएगा।