शिक्षक बच्चों को अच्छे संस्कार भी दें-डाॅ. गदिया
– 125 विषयों पर हुई विस्तार से चर्चा, लिये अनेक निर्णय
गाजियाबाद। बच्चों को पढ़ाने के अलावा भी कुछ और अच्छे संस्कार दो। ताकि वे देश व समाज के अच्छे नागरिक बन सकें। उन्हें केवल ग्रेजुएट नहीं रोजगारयोग्य बनाओ। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक कुमार गदिया ने विवेकानंद सभागार में आयोजित दो दिवसीय फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम के समापन अवसर पर ये नसीहतें अपने शिक्षण व गैरशिक्षण स्टाफ को दीं। उन्होंने बताया कि किसी के लिए कुछ करना ही शिक्षक के जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। शिक्षक बने हो तो समाज व देश के लिए कुछ करना भी सीखो। उन्होंने दो दिन चले फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में अपनी प्रस्तुति देने वाले 125 स्टाफ सदस्यों की बातें गौर से सुनीं। फिर कुल 125 बिन्दुओं पर तीन घंटे की अपनी विशेष रपट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि मेवाड़ में स्वस्थ परम्पराओं को लागू करना उनकी प्राथमिकता है। वह चाहते हैं कि मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस महापुरुषों की जयंतियों के आयोजन व विचारवान लोगों के साथ विचार संगोष्ठियों के लिए भी पहचाना जाये। उन्होंने मेवाड़ की भावी योजनाओं की जानकारी भी शिक्षक स्टाफ को दी। इससे पूर्व मेवाड़ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने स्टाफ को कई प्रकार की हिदायतें व नसीहतें देकर मेवाड़ का वातावरण और अधिक मधुर, फ्रेंडली व गुणवत्तायुक्त शिक्षा से भरपूर बनाने की बात पर बल दिया। उन्होंने शिक्षक स्टाफ को शिक्षण व काउंसलिंग के अनेक महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।
इन प्रमुख बिन्दुओं पर हुई चर्चा-
काउंसलिंग, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट, बीएड क्वेरीज, कैंटीन, चैनल गेट, रखरखाव, स्टडी मैटीरियल, प्रश्नोत्तर बैंक, शिक्षण, अनुशासन, शिक्षा पद्धति, विचार संगोष्ठी, जयंती समारोह, फूड जोन, पीडीपी क्लास, कम्युनिकेशन गेम, प्रैक्टिकल वर्कशाॅप, इफेक्टिव लीगल एड सेल, वैल्यू एडेड कोर्स, मिरर रूम, टू वे टीचिंग मैथेड, रिव्यू एंड आडिट कमेटी, नेशनल सेमिनार, गेस्ट लैक्चर, टीचर एक्सचेंज प्रोग्राम, फ्यूचर प्लान, रिसर्च प्रोजेक्ट, एडवेंचर-इंडस्ट्रियल ट्रिप आदि।